सर्जरी की स्थिति खराब होने पर डीएम नाराज
सीएमओ व सीएमएस को सर्जरी का लक्ष्य निर्धारित करने के दिए निर्देश, दो सर्जनो को दी प्रतिकूल प्रविष्टि
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने बुधवार को जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कोविड-19 डेस्क सेंटर, पंजीकरण, डाइक्लोसिस, स्त्री एवं प्रसूति रोग, आर्थोपेडिक सर्जन, एक्सरे, प्लास्टर, बाल रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन, हड्डी रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक, अल्ट्रासाउंड, ब्लड जांच कक्ष आदि का निरीक्षण किया।
निरीक्षण करते डीएम।
जिलाधिकारी ने प्लास्टर कक्ष को देखा। मरीजों से पूछा कि कोई पैसा तो नहीं लेता है। सर्जरी के बारे में जानकारी की। जिसमें सीएमएस ने बताया कि कुल 12 सर्जरी हुई। एक मेजर हुआ। सर्जन डा. राजेश खरे से कहा कि पारफार्मेन्स अच्छी नहीं है। सीएमएस को निर्देश दिए कि इन्हे आपरेशन में ही रखें। अन्य विभागों में न भेजा जाए। इनकी छह मेजर सर्जरी फिक्स करें। उलट्रासाउड कक्ष में उन्होंने देखा कि 35 अल्ट्रासाउंड हुए थे। पिछले महीने में सीएमएस ने बताया कि 1014 अल्ट्रासाउंड हुए थे। सर्जरी के मामलों में डीएम ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि बहुत ही कम है। उन्होंने सीएमएस को निर्देशित किया कि जो सर्जन सर्जरी के लिए बाहर रेफर करें उनका वेतन रोकें। उन्होंने मानक सर्जरी के बारे में भी जानकारी लिया। सीएमओ व सीएमएस से कहा कि टारगेट के रूप में लेंगे। किसी दिन जांच करेंगे। उन्होंने डा. ऊषा सिंह अहिरवार और डा. रफीक से कहा कि सर्जरी बहुत कम है जो आपरेशन सीरियस नहीं है उन्हें रेफर न किया जाए। उन्होंने दोनो चिकित्सको को 20-20 सर्जरी करने के आदेश देते हुए प्रतिकूल प्रविष्टि दिया है। हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. एके मोहन की शिकायत करते हुए अंबुज गोरिया ने जिलाधिकारी को बताया कि डा. घर पर बुलाते हैं। जिस पर डीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह की दोबारा गलती न हो। कहा कि अस्पताल में ही सर्जरी करें। ऑपरेशन की सूची भी बनाकर रखें।
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