चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। ब्लाक पहाड़ी के ग्राम लोहदा में चल रही श्रीमदभागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन गुरुवार को कथा व्यास आचार्य बालकृष्ण भार्गव ने भागवत के आध्यात्मिक रहस्यो का वर्णन करते हुए राजा परीक्षित के व्रत से लेकर धु्रव चरित्र की कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि जो भी अनन्य भाव से श्रीमद्भागवत को सुनता है वह शरणागति प्राप्त करता है। उसके समस्त शुभ-अशुभ कर्म भगवान के अधीन हो जाते हैं और ईश्वर सर्वदा उन्हें अपने
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कथा व्यास आचार्य बालकृष्ण भार्गव। |
निकट रखते हैं। राजा परीक्षित की रक्षा भगवान ने गर्भ में की तो अंत समय में शुकदेव बनकर मोक्ष दिलाया। बताया कि ईश्वर जिसे एक बार पकड़ लेते है फिर कभी साथ नहीं छोड़ते। कथा के क्रम में व्यास ने मनु-सतरूप से मानवीय सृष्टि का व्याख्यान दिया। कहा कि सभी मनु की संतान है। इसी कारण मनुष्य या मानव कहलाए। इस मौके पर आयोजक प्रदीप शुक्ला सहित सैकडों श्रोतागण मौजूद रहे।
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