बाँदा, के एस दुबे । जिले के शजर पत्थर से कलाकृति बनाने वाले कलाकार का स्वर्णकार समाज ने सम्मान किया बता दे कि अपने जिला बांदा को देश विदेशों तक शजर पत्थर की कारीगरी से जाना जाने लगा है। जिसकी हम कभी कल्पना भी नहीं कर सकते थे। इसका पूरा श्रेय स्वर्णकार समाज के सम्मानित एवं प्रतिष्ठित व्यक्तियों में से एक नाम द्वारिका प्रसाद सोनी, का है जिन्होंने अपनी इस शिल्प कला से बाँदा जिले का नाम रोशन किया। रविवार को समाज के प्रतिनिधि मंडल के द्वारा द्वारिका प्रसाद सोनी के निवास बलखंडी नाका, में पहुचकर उनका माल्यार्पण, पुष्प व अंगवस्त्र भेंट करते हुए मुख मीठा करा करके उनको बधाइयां दी। कि वह आने वाले समय में और भी उम्दा कार्य करके समाज व जिला बांदा का नाम रोशन करें।
आपको बता दे कि द्वारिका प्रसाद सोनी ने शजर पत्थर से बहुत सी कलाकृतियां बनाई है। विश्व प्रसिद्ध ताज महल,कालिंजर किला ,टेबल लेम्प, भारत देश का नक्शा, टेबल लैंप के लिए सन 2011 में राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है साथ ही कई राज्य स्तर के भी पुरुस्कार मिल चुके है भारत सररकर के द्वारा यह तंजानिया ,नीदरलैंड भी जा चुके है सोनी नई ने बताया कि शजर पत्थर केबल केन नदी और नर्मदा नदी से ही मिलते है और पूरे विश्व में केवल बाँदा जिले में ही यह बनता है। समाज, बाँदा ओर देश का नाम रोशन करने के लिए आज अयोध्यावासी स्वर्णकार ने सम्मानित किया इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष हरि शंकर सोनी टिकरी वाले महामंत्री राम प्रकाश सोनी (पप्पू भैया) प्रबंधक अनिल सोनी व महेश सोनी कील वाले, मुन्ना सोनी सुपा वाले, ईश्वर चंद्र सोनी , संतराम सोनी, राजू सोनी खंडे वाले, संजय सोनी, बृजेश सोनी, श्याम बाबू सोनी, गनेश बाबू सोनी,आलोक सोनी, सीताराम सोनी, राम बाबू सोनी, भरत सोनी, आशीष जडिया एवं शिव किशोर सोनी शामिल रहे।
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