24 घण्टे के अंदर दीवार न हटाने पर स्वयं हटाने की दी चेतावनी
अतर्रा/बांदा, के एस दुबे । कस्बे के बांदा रोड बस स्टैंड पर बने सार्वजनिक पेशाब घर को रातों-रात पालिका प्रशासन द्वारा बंद किए जाने के विरोध में सभासदों ने बंद किए हुए पेशाब घर पहुंच कर सांकेतिक धरना देकर पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जल्द से जल्द बंद हुए पेशाब घर को खोलने की मांग की साथ 24 घंटे के अंदर ना दीवाल में डाली सभासद ने स्वयं दीवार हटाने की चेतावनी दी है।
कस्बे के बांदा रोड बस स्टैंड में लगभग 40 वर्षों से चल रहे सार्वजनिक पेशाब घर को पालिका प्रशासन द्वारा रातों-रात बंद किए जाने का आक्रोश अब नगर में बढ़ता ही जा रहा है जिससे अब प्रशासन व पालिका प्रशासन अपने द्वारा किए गए कार्य में ही घेरता दिख रहा है गुरुवार को लगभग एक दर्जन सभासद सभासद दल के अध्यक्ष रणवीर
सिंह उर्फ लाल बाबू के साथ सभासद भानु प्रताप सिंह सभासद अरविंद सिंह राजू सभासद संजय कुमार चौबे प्रसाद राजेंद्र कुशवाहा सभासद कल्लू यादव वह नगर केअनुराग गौतम अंकुर गुप्ता के साथ सीधा प्रशासन द्वारा बंद कराए गए पेशाब घर पहुंच कर संकेतिक धरना देते हुए पालिका प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर आक्रोश जाहिर किया सभासद दल के अध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि यह निर्णय प्रशासन का जनविरोधी है इससे हजारों यात्रियों आम नागरिक राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है महिला पेशाब घर लिखकर दीवाल में जबकि अंदर पुरुष पेशाब के पाठ लगे हैं जाने का कोई रास्ता नहीं है और थाने के अंदर पेशाब करने की सूचना लिखी गई है यह लोगों के साथ बहुत बड़ा कुठाराघात है इसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे सभासद कल्लू यादव ने कहा कि हम इसकी निंदा करते हैं और अगर 24 घंटे में दीवाल नहीं हटाई गई तो हम सभासद गण मजबूरी में दीवाल हटाने को मजबूर होंगे उधर अधिवक्ता सूरज बाजपेईशिक्षा संबंधी का आरोप लगाते हुए कहा कि जिलाधिकारी द्वारा 24 घंटे में समाधान करने का आश्वासन दिया गया था पर 48 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक पेशाब घर का रास्ता नहीं खोला गया है उल्टा उसमें महिला पेशाब घर लिखकर प्रशासन द्वारा लोगों को मूर्ख बनाया जा रहा है श्री बाजपेई ने कहा टीचर थाने के रास्ते में नाला खुला है पेड़ पौधे लगे हैं वहां कोई रास्ता ही नहीं है ऐसे में महिलाएं कैसे पेशाब कर दी जाएंगी और थाने के अंदर प्रार्थना पत्र देने में तो फरियादी चार बार जाने में सोचता है पेशाब करने कैसे जाएगा यह पालिका प्रशासन लोगों को गुमराह कर रही है अगर 24 घंटे में समाधान नहीं निकलता तो मजबूरी में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पड़ेगा बताते चले कि बंद किए पेशाब घर जो रातों-रात बंद किया गया इसका लिखित में किसी के पास कोई आदेश नहीं है गुरुवार को अधिशासी अधिकारी रामसिंह भी किसी भी लिखित आदेश से इनकार करते हुए 24 घंटे के अंदर अतिक्रमण कह कर दीवार गिराने की बात कही है। उधर अधिवक्ताओं द्वारा शुरू किए गए आंदोलन में अब सभासदों के बाद नगर के लोग भी जुड़ते जा रहे हैं सोशल मीडिया में भी लोग इस आंदोलन का समर्थन भारी संख्या में कर रहे हैं।
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