एडीओ पंचायत के प्रभार में नियम हुए दरकिनार
बांदा, के एस दुबे । अंधा बांटे रेवड़ी, चीन-चीन के दीन की कहवात बिसण्डा ब्लाक और महुआ ब्लाक में पूरी तरह से चरितार्थ हो रही है। डीपीआरओ ने शासनादेशो को दरकिनार कर सीनियर सचिवों पर जूनियरों को तरजीह देते हुए उन्हें एडीओ पंचायत प्रभार सौंप दिया है। डीपीआरओ के इस फैसले से ब्लाकों में अंदर खाने में विद्रोह की आवाज बुलंद हो रही है।
बताते चलें कि शासन के द्वारा आदेश जारी किया गया था कि ब्लाकां में तैनात सीनियर सचिवों को रिक्त पड़े एडीओ पंचायत का कार्यभार सौंप दिया जाये।लेकिन डीपीआरओ ने शासनदेशो को दरकिनार कर सारे नियमों को ताक पर रखकर जूनियर सचिवों को सीनियरों के जगहों पर तैनात कर दिया है। जिसमें प्रमुख रूप से बिसण्डा ब्लाक में तैनात सीनियर एडीओ पंचायत अनिल सिंह को हटाकर जूनियर अरूण कुमार कुशवाहा को एडीओ पंचायत बनाया गया है। जबकि इसी ब्लाक क्षेत्र में मूल रूप से रहने वाले व कई वर्षों से इसी ब्लाक में तैनात अरूण कुशवाहा का स्थानांतरण नरैनी ब्लाक कर दिया गया था। लेकिन फिर तबादले आदेश में तब्दीली करते हुए एक माह से भी कम समय में उन्हें बिसण्डा ब्लाक में वापस बुलाकर एडीओ पंचायत का पदभार सौंप दिया गया है। इसी प्रकार महुआ ब्लाक में एडीओ पंचायत वीरेन्द्र द्विवेदी को हटाकर उनसे जूनियर सचिव धमेन्द्र कुशवाहा को एडीओ पंचायत नियुक्त किया गया है। डीपीआरओ के आदेश के बाद से सीनियर सचिवों में अंदरखाने बगावत स्वर उठने लगे हैं। अब देखना यह है कि डीपीआरओ अपने आदेश में बदलाव करते हैं या योंही शासनादेशों को दरकिनार किया जाता रहेगा।
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