ट्रेन से कटे शवों का हुआ पोस्टमार्टम
मृतकों के परिजन शवों को ले गए गांव
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। चंबल एक्सप्रेस में कटे तीन युवको का दूसरे दिन पोस्टमार्टम हुआ। शव को लेने पहुंचे परिजनों का रो रोकर बुरा हाल रहा। तीनो मृतक गरीब है। परिवार के सदस्यों की देखभाल की चिंता सता रही है।
मानिकपुर जीआरपी अंतर्गत शंकरगढ़ में एक्सप्रेस ट्रेन से विकास कुमार पासवान पुत्र झोपटी पासवान निवासी अड़ी गांव थाना भालपट्टी जिला दरभंगा, मुन्नू साहू पुत्र राजकुमार निवासी गंगाद्वार थाना आद्राठाड़ी जिला दरभंगा, दीपक पुत्र सत्यनाराण निवासी आमी गांव जिला दरभंगा की मौत हो गई थी। परिजन रविवार को शव लेने पहुंचे। शव देख दहाड़े मारकर रोने लगे। परिजन बोले कि तीनों आपस में अच्छे दोस्त थे और तीनों एक साथ ही गांव आने पर रहते थे। तीनों के गांव की दूरी कोई खास नहीं है। तीनों एक साथ छुटटी लेकर गांव आए थे और अब साथ ही जा रहे थे। किसी ने सोचा भी नहीं था कि तीनों एक साथ ही दुनिया को छोड़ देंगे। तीनों के परिजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे।
गमगीन परिजन।
गौरतलब है कि शनिवार की सुबह दरभंगा एक्सप्रेस से पुणे जाते समय शंकरगढ़ स्टेशन पर क्रासिंग के लिए ट्रेन रूकने पर पानी लेने दूसरे प्लेटफार्म पर तीनो गए थे। इसी बीच पटरी पार करते समय चंबल एक्सप्रेस आई और इसकी चपेट में आने से तीनों की मौत हो गई थी। चैथा साथी विकास भी घायल हुआ है। जिसका इलाज प्रयागराज में जारी है। मृतक विकास पासवान के मामा लाल पासवान ने बताया कि विकास शहरों में जाकर होटलो व ढाबों में काम करता था। चार भाईयों में दूसरे नम्बर का है। अभी शादी नहीं हुई। मृतक दीपक के भाई दर्शन ने बताया कि मजदूरी करता था। अविवाहिता था। तीन भाईयों में सबसे बड़ा है। मां ललिता देवी के आंसू नहं थम रहे। मृतक मन्नू साहू के चाचा अवतार ने बताया कि मुन्नू की शादी हो गई है। पत्नी नीतू कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है। एक पुत्री है। पांच भाई है। मजदूरी के सहारे ही परिवार का खर्च चलता था। परिजनों के पास मात्र कच्चा घर है। अब कैसे परिवार के सदस्यों का पेट भरेगा कुछ समझ में नहीं आ रहा है। शवों के अंतिम संस्कार को एबुंलेंस से गांव ले जाएंगे।
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