परिजनों ने हज यात्रियां को दी भावभीनी विदाई
हज यात्रियों को परिजनों ने फूलमालाओं से लादा
बांदा, के एस दुबे । इस्लाम धर्म के सबसे प्रसिद्ध तीर्थ यात्रा हज के लिए हाजियों के जत्थों की रवानगी का सिलसिला लगातार जारी है। शनिवार को लखनऊ से फलाईट से सऊदी अरब को रवाना होने वाले हज यात्रियों के जत्थे की रवानगी का सिलसिला शुक्रवार की नमाज के बाद से शुरू हो गया। जो देर शाम तक लगातार जारी रहा। उधर रवानगी से पहले हज यात्रियों को उनके परिजनों व रिश्तेदारों ने फूलमालाओं से लादकर मुंह मीठाकराकर जोरदार इस्तकबाल करते हुए उन्हें भावभीनी विदाई दी। इस दौरान हज यात्रियां के परिजनों की आंखे विदाई देते समय आशुओं से डबडबा उठीं।
बताते चलें कि इसलाम के पांच अरकानों रोजा, नमाज, जकात, तौहीद के बाद हज को भी साहिबे निसाब के लिए जरूरी करार दिया गया। इस तीर्थ यात्रा में अरब के शहर मक्का व मदीना की जियारत करते हुए हज यात्रियां द्वारा कई अरकानों को पूरा किया जाता है। उधर कोरोना काल के बाद से दो साल बाद हज के लिए रवाना हो रहे हज यात्रियों व उनके परिजनों के चेहरों पर जहां एक ओर खुशी साफ झलक रही थी। तो वहीं अपनों के दूर जाने का गम भी उनके चेहरों पर झलक रहा था। शुक्रवार को शहर के गूलरनाका मुहल्ले से हज यात्री इं.मो.यासिर रजा को उनके रिश्तेदारों व पड़ोसियों ने हज पर जाने से पूर्व उनका भव्य तरीके से स्वागत करते हुए उनका मुंह मीठा कराया। इस दौरान आसिफ अली, नियाजुल हक, आमिर अली, मुस्तकीम, वसीम बेग, अकरम अली, राजेश, मो.शकील खान आदि लोग मौजूद रहे।
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