गलियो में भरा पानी, खेतो की ओर किसानों का हुआ रुख, गर्मी से मिली राहत
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिले में मानसून की दस्तक व पहली झमाझम वर्षा से हर किसी के चेहरों पर मुस्कान दिखी। सुबह करीब सात बजे से दोपहर दो बजे तक बारिश हुई। कहीं रिमझिम, तो कभी तेज वर्षा हुई। इससे खेती किसानी के दिन लौट आए। तापमान में भी कमी आयी। जबकि बारिश होने से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों की गलियों में पानी भर गया। इससे समस्याओं का सामना करना पड़ा।
बारिश का दृश्य।
कई दिनों से बारिश का इंतजार आखिरकार गुरूवार को पूरा हो गया। सुबह से ही बारिश होती रही। इससे कई दिनों से पड़ रही उमसभरी गर्मी से राहत मिली। मौसम सुहाना होने पर बच्चे घरों से निकलकर मजा लिया। किसानों ने भी खरीफ की फसल की बुआई के लिए तैयारियां शुरू किया। बारिश होने से शहर की कई प्रमुख गलियों में पानी भर गया। सदर ब्लाक के कचहरी मार्ग, एलआईसी तिराहे के पास, बस स्टैंड के द्वारिकापुरी के पांडेय कालोनी, खटिकाना मोहल्ला, कर्वी पहाड़ी मार्ग में ओवरबिज्र के नीचे जल भराव रहा। यही हाल जिले के शिवरामपुर, पहाड़ी, भरतकूप, भौरी, मानिकपुर क्षेत्र के सड़कों व गलियों में जलभराव रहा। सबसे ज्यादा किसानों को बारिश का इंतजार था। बारिश के बीच ही किसान किसान खेतों में पहुंच गए। जो धान की नर्सरी तैयार करने के लिए मेड़बंदी का काम किया। किसान शिवकुमार शुक्ला, राजीव त्रिपाठी ने बताया कि धान की नर्सरी लगाने का सबसे अच्छा समय है। किसान जुलाई के पहले सप्ताह तक हर हाल में धान की नर्सरी डाल दे।
बिजली आपूर्ति चरमराई, लोग हलाकान
चित्रकूट। शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति लडख़ड़ाई हुई है। रात के समय भी बिजली की कटौती तीन से चार घंटे रही। इससे रात काटना मुश्किल हो जाता है। बिजली की गुल रहने से सीधा असर दिनचर्या पर पड़ रहा है। चार दिनों से बिजली की आपूर्ति बदहाल है। मुख्यालय में रात के समय दो घंटे से अधिक बिजली गुल रही। गुरुवार को सुबह से लेकर तीन बजे के बाद तक बिजली आपूर्ति ठप रही। जिससे लोगों को खासा परेशानी हुई।
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