देवेश प्रताप सिंह राठौर
(वरिष्ठ पत्रकार)
....................................... दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस चल रही थी उसमें बोल रहे थे दिल्ली के नगर निगम चुनाव के संदर्भ में दिल्ली में आप पार्टी की नगर निगम में आप पार्टी मजबूती से पहुंचेंगे हम बुलडोजर नहीं चलने देंगे यह अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं ,बुलडोजर किसके ऊपर चल रहा है पूरा देश देख रहा है किस तरह रोड पर मस्जिद रोड पर दुकानें बनाए हुए हैं किसी सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया अतिक्रमण पर अतिक्रमण और नाजायज तरीके से बसआ रखे हैं सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए केजरीवाल देश को असुरक्षित रख रहे हैं, देश को बर्बाद कर रहे हैं,किस तरह से हनुमान जयंती पर बवाल किया था बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों के द्वारा पूरा देश ने देखा अरविंद केजरीवाल जिस नीति के साथ राजनीति कर रहे हैं यह आने
वाले भविष्य के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होंगे, विशेष कर हिंदुओं के लिए क्योंकि पश्चिम बंगाल और दिल्ली की सरकार बांग्लादेशियों और रोहिंग्या मुसलमानों के वोटरों से अपनी मजबूती प्रदान कर रहे हैं, वर्तमान केंद्र सरकार इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है, प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस तेरा मुख्यमंत्री दिल्ली केजरीवाल कह रहे थे कि मैं बुलडोजर नहीं चलने दूंगा मेरी सरकार वहां पर नगर निगम में बनी यह हाल है, अरविंद केजरीवाल का देश के लोगों अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी 2 राज्यों के मुख्यमंत्री हैं इनकी नियत और राजनीति को समझो नहीं तो जिस तरह से दिल्ली में हनुमान जयंती पर पत्थर फेंके गए गोलियां चलाई गई उस तरह से घटनाएं आम बात हैं लोगों के लिए क्योंकि सरकारों का संरक्षण उन लोगों को प्राप्त है,अनुमान है कि बांग्लादेश से सटे देश के पड़ोसी जिलों में लगभग हर पांचवां मतदाता अवैध घुसपैठिया है। यह संख्या बहुत ज्यादा है और इन राज्यों के चुनाव परिणाम और सरकारों को बदलने में अहम भूमिका निभा सकती है। यही कारण है कि पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या से निपटने के लिए चुनाव आयोग ने 2006 में ‘ऑपरेशन क्लीन’ नाम से एक अभियान चलाया था...शाहीन बाग में बुलडोजर चलाने की कोशिशों के बीच बांग्लादेशी घुसपैठियों की समस्या एक बार फिर चर्चा का मुद्दा बन गई है। भाजपा नेता कपिल मिश्रा और अन्य ने आरोप लगाया है कि आम आदमी पार्टी नेता अमानतुल्लाह खान दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाना चाहते हैं, इसीलिए शाहीन बाग के अवैध अतिक्रमण वाले इलाकों में बुलडोजर चलाने से रोकने की कोशिश की जा रही है। भाजपा समर्थक ट्विटर पर ‘केजरीवाल विद बांग्लादेशी’ हैशटैग चलाकर इस मुद्दे को हवा देने की कोशिश कर रहे हैं।
दरअसल, दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों की समस्या पर लंबे समय से बहस होती रही है। दिल्ली में होने वाले कई गंभीर अपराधों में अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों की भूमिका बार-बार सामने आती रही है। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी कई मौकों पर इन्हें दिल्ली की व्यवस्था के लिए बड़ा खतरा बताया था और केंद्र सरकार से इन्हें वापस इनके देश भेजने की बात कही थी। लेकिन अब तक इस मामले में कोई गंभीर कार्रवाई नहीं हो पाई है। केंद्र सरकार समय-समय पर कुछ बांग्लादेशी नागरिकों को वापस भेजती रही है, लेकिन आरोप है कि ये लोग बांग्लादेश जाने के कुछ समय बाद दोबारा आ जाते हैं और समस्या जस की तस बनी रहती है।
देश में बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा हमेशा से ही राजनीति का विषय बना रहा है। दिल्ली, असम, बिहार, पश्चिम बंगाल के कांग्रेस के कुछ नेताओं पर यह आरोप लगते रहे हैं कि उन्होंने अपनी चुनावी जीत सुनिश्चित करने के लिए अवैध बांग्लादेशियों को बसाया और उन्हें मतदाता सूची में जगह दिलवाई। भाजपा नेता दिल्ली में यही आरोप अब आम आदमी पार्टी पर लगाते हैं। पश्चिम बंगाल में यही आरोप पहले वामपंथी दलों पर लगता था, अब यही आरोप ममता बनर्जी सरकार पर लगाए जाते हैं। इसमें वे बांग्लादेशी भी शामिल हैं, जिन्होंने वैध दस्तावेज पर भारत में प्रवेश किया, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद भी वापस नहीं गए। वे देश के अलग-अलग हिस्सों में चले जाते हैं, जिन्हें पकड़कर वापस भेजना काफी मुश्किल भरा काम होता है। लेकिन इसके बाद भी सरकार हर साल अनेक बांग्लादेशी घुसपैठियों को बांग्लादेश वापस भेजने का काम करती रहती है।हालांकि केंद्र ने यह भी कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों का भारत में अवैध तरीके से प्रवेश और सरकार द्वारा उन्हें वापस भेजना एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। बांग्लादेशी अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करते रहते हैं और अलग-अलग राज्यों में रहने लगते हैं, लिहाजा उनकी सटीक संख्या बताना मुश्किल है।विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के बंटवारे के कुछ ही समय बाद यह समस्या शुरू हो गई थी। बाद में अकाल के दौरान यह समस्या गंभीर हो गई। लेकिन यह समस्या तब सबसे ज्यादा बढ़ी जब वर्तमान पाकिस्तान ने 1970 के दशक तक अपने ही हिस्सा रहे वर्तमान बांग्लादेश के लोगों पर अत्याचार करना शुरू कर दिया। जान की सुरक्षा के लिए लाखों बांग्लादेशी मुसलमानों ने पूरे परिवार के साथ भारत में पलायन शुरू कर दिया। माना जाता है कि उस समय लगभग 70 लाख बांग्लादेशी मुसलमानों ने भारत में आकर शरण ली। आरोप है कि बांग्लादेश के स्वतंत्र देश बन जाने के बाद भी लाखों बांग्लादेशी स्वदेश वापस नहीं गए और यहीं बस गए।रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा है कि दिल्ली भाजपा का एक डेलिगेशन जहांगीरपुरी इलाके में जाएगा और पथराव की घटना की जांच करेगा। मैं इसको लेकर स्वयं गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करूंगा। मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछना चाहता हूं कि रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को आप बिजली पानी मुहैया क्यों करा रहे हैं? इसके जवाब में आप के विधायक नरेश बालियान ने लिखा, 'दंगाई आदमी, ये बताओ की दिल्ली के अंदर बांग्लादेशी या रोहिंग्या आया कैसे,पुलिस, सीबीआई सब तुम्हारे अंदर है, फ़िर ऐसे कैसे आया? कितने पैसे खाये तुमने? बाहर क्यों नही करते? ये तो जवाब दो पहले। शर्म बचा है कुछ या नहीऔर तुम जाँच करने नही बल्कि दंगा भड़काने जाओगे जहांगीरपुरी दिल्ली के केजरीवाल जहांगीरपुरी के लिए उन्होंने जिस तरह से वहां पर बांग्लादेशियों को बसाया है और उन्हीं की तरफदारी करते रहते हैं भविष्य में जनता जाग चुकी है ऐसी सरकारों को अधिक समय देने की जरूरत नहीं है, ऐसे लोगों की चुनाव में जितना देश के लिए घातक है l
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