मरीजों को दे रहे गलत रिपोर्ट
पैथालौजी के अनट्रेंड डाक्टरों की वजह से मरीजों के सर पर मंडरा रहा खतरा
बाँदा, के एस दुबे । जनपद बाँदा के ग्राम दोहा शांति उम्र 35 वर्ष पत्नी अनुज कुमार महिला के पेट मे काफी दिन से दर्द था जिसको दिखवाने उसका भाई कुलदीप 3 /3/ 2022 को रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बाँदा गया जहाँ डॉ ने उसे अल्ट्रासाउंड करवाने को लिखा पीड़ित ने सिटी मेडिकल सेंटर कलूकुआ में अल्ट्रासाउंड करवाया उस रिपोर्ट में डॉ .ने पथरी बताई और रिपोर्ट दे दिया ,,मरीज पुनः डॉ. के पास गया रिपोर्ट लेकर जहाँ डॉ. अनन्त राय व असिस्टेंट डॉ प्रदीप सिह ने अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट देखी और मरीज को ऑपरेशन के लिए बताया गया 7,3,2022
को लोहिया पुल के पास अहाना हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ जिसमें की पथरी नही निकली बल्कि एक खून की गांठ निकली जिसमे केंसर था जिससे मरीज के जान की आफत आ गई आनन फानन में डॉक्टरों ने मरीज का पेट सील दिया और रिफर कर दिया , लेकिन मरीज के पास रुपयों की व्यवस्था नही हो पाई इसलिए मरीज को बाहर नही ले जा पाया जैसे तैसे पीड़ित मरीज के परिजनों ने पेसो की व्यवस्था की और 11,4,2022को जानकी कुंड चित्रकूट ले गया जहाँ मरीज को डॉक्टरों ने प्रयागराज रिफर कर दिया मरीज दर दर भटकती रही लेकिन किसी भी हॉस्पिटल में उसे भर्ती नही किया गया अब पीड़ित अपने घर ग्राम दोहा बाँदा में है दिन ब दिन महिला स्वास्थ्य गिरता जा रहा है सवाल यह भी है इसका जिम्मेदार कौन
जब मीडिया द्वारा डा अनन्त राय व प्रदीप से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारी गलती नही है अल्ट्रासाउंड वाले डॉक्टर की है। जब अल्ट्रासाउंड के डॉ से बात की गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा मानवीय गलती हो जाती है। और इस संबंध में हम सभी जांचों का सामना कर रहे हैं मुख्यमंत्री के पोर्टल में शिकायत गयी है वह जांच आ गई है इधर सीएमओ साहब ने भी जांच बैठा दी है जिसका मैं सामना कर रहा हूं सजा एक ही बार मौत की मिलती है बार बार नहीं।
यहां सवाल उठता है की आज जनपद में जगह जगह पैथोलाजी लैब अल्ट्रासाउंड खुल गये है इनमें कितने वैध है कितने अबैध है कह पाना मुश्किल है किन्तु आज इन पैथोलॉजी लैब में बैठे अनट्रेंड डाक्टरों की वजह से मरीजों की जिंदगियों के सर पर खतरा मंडरा रहा है और यह उसे मानवीय भूल बता उससे बचने का प्रयास करते हैं।
जिला प्रशासन को को चाहिए की वह एक टीम गठित कर पैथोलॉजी लैबो की जांच करवाएं की कितने वैध है कितने अवैध तरीके से मरीजों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आज रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज बांदा में एक से बढ़कर एक सुयोग्य डाक्टरों की टीम है उनके द्वारा आमजनता को लाभ मिल रहा है दूर दराज तक मेडिकल कॉलेज के नाम की चर्चा हो रही है किन्तु इन पैथोलॉजी लैबो की गलत जांचों की वजह से कहीं न कहीं मेडिकल कॉलेज हो या ट्रामा सेंटर अस्पाताल यहां कार्य कर रहे डॉक्टरों की छवि भी प्रभावित होती है देखना यह है की जिला प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करते हैं। सूत्र यह भी कहते हैं कि रजिस्ट्रेशन डाक्टर गायत्री सिंह पटेल के नाम है जबकी अल्ट्रासाउंड उनके पति करते हैं ठीक उसी तरह जिस तरह ग्राम में निर्वाचित महिला प्रधान की जगह उनके पति यानी प्रधान पति प्राधानी करते हैं।
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