पाल समाज के लोगों ने किया कार्यक्रम का आयोजन
सपाईयां ने अहिल्याबाई को किया याद
बांदा, के एस दुबे । पाल समाज ने अहिल्या बाई की जयंती धूमधाम से मनाते हुए शिक्षा व राजनीतिक क्षेत्र में समाज को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। कहा कि युवाओं को समाज में गतिशीलता प्रदान करने के लिए उन्हें अपना भरपूर योगदान सुनिश्चित करना होगा। शिक्षा और राजनीतिक भागीदारी के बिना समाज का भला नहीं होने वाला।
शहर के सिविल लाइन स्थित एक होटल में मंगलवार को पाल समाज के शासकीय अधिवक्ता उमाशंकर पाल ने अहिल्या बाई के चित्र पर माल्यार्पण कर जयंती समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि समाज में जन्मी महानियिका, कुशल योद्धा व मालवा (इंदौर) साम्राज्य की शासिका माता अहिल्याबाई होल्कर से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उनकी 297वीं जयंती में कार्यक्रम संयोजक आनंद कुमार पाल ने कहा कि माता अहिल्या बाई होल्कर से प्रेरणा लेकर समाज को शिक्षा एवं राजनीतिक भागीदारी के लिए संघर्ष करना होगा एवं स्वर्णिम भारत के निर्माण लोकतंत्र को सजीव रखने और स्वाभिमान के बनाए रखने में अपने पूर्वजों की भांति अपना योगदान देना होगा। भाजपा बड़ोखर मंडल अध्यक्ष श्यामबाबू पाल ने कहा कि युवाओं को समाज में गतिशीलता प्रदान करने के लिए अपना योगदान सुनिश्चित करना होगा। सभी साथियों को सामाजिक कार्या में हिस्सा बनकर देश प्रदेश एवं समाज को दिशा एवं गति देनी होगी। कार्यक्रम को डा.देवेंद्र पाल, मोहित पाल, रामसागर पाल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर रामेश्वर, बाला प्रसाद, शिवकरन, चंदन, अजय सिंह, शिवदास, रमाशंकर, छविनाथ, केशव प्रसाद पाल आदि मौजूद रहे।
इसी प्रकार सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर बिजलीखेड़ा स्थित पार्टी कार्यालय में सपाइयों ने अहिल्याबाई होल्कर की जयंती धूमधाम से मनाते हुए पुष्पांजलि दी। सपा जिलाध्यक्ष विजयकरन यादव ने कहा कि माता अहिल्या बाई होलकर बहादुर योद्धा, कुशल तीरंदाज, महिला सशक्तिकरण की प्रतिमूर्ति के अलावा न्याय की भी प्रतिमूर्ति थीं। अपने जीवन काल में तमाम परिवारिक दुखों का सामना करने के बाद भी वह अपने कर्तव्यों से नहीं हटी। इस मौके में नगर पालिका चेयरमैन मोहन साहू, ओमनारायण त्रिपाठी ‘विदित’, वृंदावन वैश्य, शिवकरण पाल, संजय निगम अकेला, राकेश राजपूत, विद्यासागर तिवारी, कल्लू चौहान, अजय चौहान, मुलायम यादव, शैलेंद्र यादव, कमलेश यादव, राजाराम यादव, विष्णु यादव आदि शामिल रहे।
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