बांदा, के एस दुबे । गर्मी बढ़ने के साथ ही आग लगने की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। कहीं खेत-खलिहान धधक रहे हैं तो कहीं घर-मकान खाक हो रहे हैं। विभिन्न कारणों से होने वाले अग्निकांड में जानमाल की भारी क्षति हो रही है। ताजी घटना में भीषण अग्निकांड में 9 मकान के साथ गृहस्थी खाक हो गई। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और आसपास के मकान बचा लिए।
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भिड़ौरा गांव में मकानों में लगी आग बुझाते ग्रामीण |
कहर बरपाती आग की विभीषिका को थोड़ी सी सावधानी व जागरूकता से कम किया जा सकता है। दूसरे शब्दों में कहें तो समुचित प्रबंधन कर आग की आपदा पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन जागरूकता के अभाव में गर्मी बढ़ने के साथ ही जनपद में अग्निकांड की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। इसी कड़ी में तिंदवारी थाना क्षेत्र के भिड़ौरा गांव में मंगलवार को दोपहर अचानक ही आग की मकानों से आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग की चपेट में आकर राजबहादुर प्रजापति, राममिलन प्रजापति, भूरा प्रजापति, रामसखी प्रजापति, संतोष प्रजापति, संतराम प्रजापति, बच्चा प्रजापति, जयकरण, श्याम प्रजापति के मकानों व गृहस्थी का पल भर में खाक कर दिया। ग्रामीणों ने कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। अग्निपीड़ितों ने बताया कि वह सभी मजदूरी करते हैं। वह भूमिहीन हैं। अग्निकांड में खाने-पीने की सामग्री के साथ पूरी गृहस्थी खाक हो गई। दूसरे के खेतों में कटाई में मिली मसूर, मटर सरसों आदि भी खाक हो गया। अग्निकांड में लगभग पांच लाख रुपये के क्षति का अनुमान है।
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