बांदा, के एस दुबे । गुरूवार को बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय मे बाबा साहब की 131 वी जयन्ती मनायी गयी। इस कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि डा0 मुकुल कुमार अधिष्ठाता परास्नातक अध्ययन ने अम्बेडकर जी की तस्वीर पर माल्यापर्ण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अपने उद्बोधन मे डा0 मुकुल कुमार ने बाबा साहब अम्बेडकर को याद करते हुए उनके योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि बाबा साहब ने संघर्षा को किस तरह से अवसर मे परिवर्तित किया, अपने ज्ञान व बुद्धि के बल पर वह देश के महानायक के रूप मे स्थापित हुए। जिस तरह से उन्होने सामाजिक न्याय की लड़ाई को लड़ा और उसे संविधान मे कानूनी रूप प्रदान किया जिससे समाज के हर वर्ग को समानता का अधिकार मिला।
कार्यक्रम की शुरूवात श्री कृष्ण सिंह तोमर, सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने अपने स्वागत भाषण से किया।श्री तोमर ने बताया कि बाबा साहब शिक्षा को हमेशा प्राथमिकता देते थे। उन्हे अच्छी पुस्तको को पढ़ने का बहुत शौक था। उनकी स्वयं की लाईब्रेरी मे करीब 35 हजार पुस्तको का संग्रह था। इससे हम सभी शिक्षा जगत से जुडे़ अध्यापक एवं छात्रो को प्रेरणा लेनी चाहिये कि हम सभी को अच्छे साहित्य को पढ़ने के लिये आतुर रहना चाहिये। तभी हमारा बौद्धिक विकास होगा। कार्यक्रम के दौरान डा0 धर्मेन्द्र कुमार मुख्य छात्रावास अधीक्षक ने डा0 अम्बेडकर की जीवनी को विस्तार रूप से प्रस्तुत किया। उन्होने अम्बेडकर जी के जीवन के विभिन्न पहलुओ सामाजिक, न्याय और संधर्ष राजनैतिक योगदान अर्थ जगत मे योगदान एवं संविधान रचने मे अहम भूमिका के बारे मे बताया। कार्यक्रम मे युवा छात्रो ने बाबा साहब अंबेडकर को याद किया।
कार्यक्रम के दौरान डा0 ए0सी0मिश्रा, निदेशक शोध, डा0ए0के0 श्रिवास्तव, निदेशक पी0एम0इ0सी0, डा0 नरेन्द्र सिंह, सह निदेशक प्रसार, डा0 आनंद सिंह सह निदेशक प्रसार, डा0 आनन्द कुमार चौबे कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सभी प्राध्यापक गण, कर्मचारी गण एवं छात्र छात्राएें उपस्थित रहे।
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