15-15 हजार रूपये की मांग के भी आरोप
बांदा, के एस दुबे । प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए चलाई गई मातृत्व शिशु लाभ योजना,कन्या विवाह योजना सहित कई अन्य योजनाएं जनपद में श्रम विभाग के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। जहां पर सुविधा शुल्क न देने पर पात्रों को योजनाओं से वंचत कर दिया जाता है। इसके अलावा यदि कोई इस बात का विरोध करता है तो उसको धुतकार कर भगा दिया जाता है।
उपश्रमायुक्त को दिये शिकायती पत्र में अर्चना पत्नी गयादीन निवासी ग्राम पंचनेही ने बताया कि श्रम विभाग में पंजीकरण 1 जनवरी 2021 को कराया था। उसके पुत्र जन्म माह फरवरी 2021 में लाभ योजना अनुदान पाने हेतु श्रम विभाग में समस्त औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए आवेदन किया। विभागीय जांच बाद विभागीय कर्मचारियों के द्वारा लेबर इंस्पेक्टर के नाम पर 15000 की खुली मांग की गई। इसी क्रम में सीमा देवी पत्नी राहुल प्रजापति निवासी खुटला शहर बांदा ने शिशु लाभ योजना के तहत सभी औपचारिकताएं पूरी कर श्रम विभाग के चक्कर काट रहे अंततोगत्वा विभागीय कर्मचारी के द्वारा अनुदान प्राप्ति के लिए लवलेश पटेल ठेका लेकर 1000 अग्रिम भुगतान लेकर कार्य को पूर्णतया से कराने का अधिकारियों के बंदरबांट के लिए 15000 की खुली मांग की। श्रम विभाग पंजीकृत विद्या देवी पत्नी राम बहुरी प्रजापति निवासी खुटला मुहाल शहर बांदा के द्वारा भी विभागीय औपचारिकताएं पूरी करने के बाद कन्या विवाह अनुदान प्राप्त करने हेतु भी विभागीय कर्मचारियों के द्वारा पैसे की मांग की गई जिसका संज्ञान आज पीड़ित पक्ष ने सामूहिक रूप से जिलाधिकारी कार्यालय आ कर दिया। इन सभी प्रकरण की पूर्ण जानकारी उप श्रम आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बांदा देने पर उनके द्वारा जांच कर विभागीय कार्यवाही के द्वारा संबंधित कर्मचारियों के ऊपर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
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