श्वेतांक शंखधर प्रथम, ऋषभ द्वितीय और अंकित तीसरे स्थान पर रहे
कृषि महाविद्यालय में आयोजित की गई वाद विवाद प्रतियोगिता
बांदा, के एस दुबे । कृषि महाविद्यालय के छात्र छात्राओं के लिए हिंदी वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इंटरनेट युवाओं की रचनात्मकता पर लगाम लगा रहा है! विषय पर आयोजित इस प्रतियोगिता में कृषि महाविद्यालय के 18 छात्र छात्राओं ने विषय के पक्ष और विपक्ष में अपने विचार रखे।
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प्रतिभागी को सम्मानित करते अतिथि |
इससे पूर्व, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा. वीके सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन छात्रों की प्रतिभा को निखारने के लिए सशक्त मंच प्रदान करते हैं। युवाओं के संपूर्ण विकास के लिए विश्वविद्यालय में इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन निरंतर होता रहेगा। कोरोना के संकटकाल में पिछले दो वर्ष से सभी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम थम गए थे। अब पुनः स्थितियां सामान्य होने लगी हैं तो युवाओं के संपूर्ण विकास के लिए इस प्रकार की गतिविधियों का आयोजन निरंतर होता रहेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डा. जीएस पंवार, अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय ने की डा. पंवार ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सांस्कृतिक व साहित्यिक गतिविधियों से संस्थानों की जीवंतता बानी रहती है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित किया कि वे इन गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लें। प्रतियोगिता में बीएससी कृषि द्वितीय वर्ष के छात्र स्वेतांक शंखधर ने प्रथम, बीएससी कृषि चतुर्थ वर्ष के छात्र ऋषभ त्रिपाठी ने द्वितीय तथा बीएससी कृषि प्रथम वर्ष के छात्र अंकित यादव ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। अभिषेक मलन और जंगबहादुर सिंह को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। अतिथियों ने विजेताओं को प्रमाण-पत्र व पुरस्कार वितरित किये। निर्णायक मंडल में प्रो. राकेश पांडेय, डा. अभिषेक कालिया व डा. दीप्ति भार्गव थे।
माहविद्यालय सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष डा. जगन्नाथ पाठक ने विजयी प्रतिभागियों को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन समिति के सचिव डा. धीरज मिश्रा ने किया।
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