गौवंश को संरक्षित करना और देखरेख करना हो रहा मुश्किल
अखिल भारतीय प्रधान संघ ने समस्या समाधान की मांग की
बांदा, के एस दुबे । समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय प्रधान संघ बड़ोखर खुर्द ने आयुक्त को संबोधित ज्ञापन अधिकारियों को सौंपकर समस्या समाधान कराए जाने की मांग की है। ग्राम पंचायतों में संचालित अस्थाई और स्थाई गौशालाओं में गौवंश को संरक्षित किया जाए और उनका रखरखाव किया जाए। लेकिन तमाम समस्याओं के चलते यह मुमकिन नहीं हो पा रहा है। इसके साथ ही टिनशेड या पन्नी के नीचे गौवंश को संरक्षित किया जाना मुश्किल है।
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ज्ञापन सौंपते अखिल भारतीय प्रधान संघ पदाधिकारीगण |
संघ पदाधिकारियों ने आयुक्त को संबोधित ज्ञापन अधिकारी को सौंपते हुए कहा है कि यह निर्देश दिए गए हैं कि जिन ग्राम पंचायतों में अस्थाई, स्थाई गौशालाएं संचालित हैं। उन गौशालाओं में गर्मी के समय में भी गौवंश को संरक्षित करके रखा जाए, जो मौसम को देखते हुए टिनशेड या पन्नी के नीचे संरक्षित कर पाना संभव नहीं हो रहा है। अगर शासन के निर्देश के आधार पर गौवंशों को संरक्षित किया जाना अनिवार्य है तो दिन में प्रति 20 गौवंश के बीच में एक चरवाहा लगाकर उन्हें घास चरने के लिए छोड़ा जाए। चरवाहे की मजदूरी का भुगतान किस मद से किया जाए, इसका लिखित आदेश जारी किया जाए। बरसात में भूसे के रखरखाव के लिए सुरक्षित शेड बनवाया जाए। अथवा इन संचालित गौशालाओं को किन्हीं संस्थाओं के हवाले कर दिया जाए। प्रधान संघ ने मांग की है कि किसी दिन को निश्चित कर जिले के सभी प्रधान, जिला पंचायत अध्यक्ष, सांसद, विधायक, ब्लाक प्रमुख गण, सभी राजनैतिक दलों के जिलाध्यक्षों एवं गौरक्षा समिति के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की एक कार्यशाला का आयोजन कराया जाए। कार्यशाला में दिशा निर्देश जारी किए जाएं। इस मौके पर माया देवी प्रधान पचुल्ला, विनोद कुमार प्रधान लामा, आशा देवी प्रधान मोहनपुरवा, रामऔतार प्रधान डिंगवाही, आशा देवी प्रधान पचनेही, संजय त्रिपाठी प्रधान गंछा, प्रधान हटेटी पुरवा, रमाकांती शुक्ला प्रधान जमालपुर, पूरनलाल प्रधान पड़ुई, लियाकत खां प्रधान छनेहरा लालपुर, पूरबा प्रधान त्रिवेणी, अशोक कुमार प्रधान चिल्ली, विमला प्रधान रेउना आदि मौजूद रहे।
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