दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए नोडल शिक्षकों को किया प्रेरित
खागा/फतेहपुर, शमशाद खान । बीआरसी ऐरायां में खंड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार पाल के नेतृत्व में समेकित शिक्षा के अंतर्गत नोडल शिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम दो बैचों में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ की गई। अपने उद्बोधन में खंड शिक्षा अधिकारी ने नोडल शिक्षकों से दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु प्रेरित किया। साथ ही शासन द्वारा प्रदान की जानी वाली सुविधाओं का भी उन्हें लाभ प्रदान किया जाए।
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प्रशिक्षण में भाग लेते अतिथि। |
कार्यक्रम की शुरुआत में अजय सिंह एआरपी ने समेकित शिक्षा के बारे में विस्तार से चर्चा की। एआरपी डॉ. अंबिका प्रसाद मिश्र ने दिव्यांगता को ही अपना शस्त्र बनाने की बात कही। प्रशिक्षण में संदर्भदाता के रूप में राम प्रसाद पाल, एआरपी, सुरेश चंद्र, अनिल कुमार, आईटी टीचर द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। राम प्रसाद पाल ने समेकित शिक्षा में नोडल शिक्षकों के दायित्व पर चर्चा की। आईटी टीचर सुरेश चंद्र एवं अनिल ने दिव्यांगता के 21 प्रकारों पर विस्तार से चर्चा की। एआरपी कृष्णवीर सिंह एवं उदय भान जायसवाल द्वारा दिव्यांगता से संबंधित चेक लिस्ट का प्रर्दशन भी पीपीटी के माध्यम से किया गया। सभी नोडल शिक्षकों को उत्तर प्रदेश समर्थ ऐप भी डाउनलोड कराया गया। प्रशिक्षण में बताया गया कि समर्थ ऐप के माध्यम से दिव्यांग बच्चों की ट्रैकिंग एवं मॉनिटरिंग भी की जाएगी। ऐसी दिव्यांग जो विद्यालय आने में असमर्थ होंगे उन्हें घर पर ही शिक्षा देने का कार्य किया जाएगा। वहीं ऐसे बच्चों को एस्कॉर्ट एलाउंस भी प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण में दिलीप सिंह, सुशील कुमार मौर्य, नंद लाल कमल, राजेंद्र कुमार, कुलतेज कुमार, अनुज कुमार त्रिपाठी, अरविंद कुमार, मीना सिंह, क्षमा, कल्पना सिंह, रागिनी, आरती सिंह, ममता सिंह, रूपाली गुप्ता, सपना देवी, सरोज राजपूत आदि नोडल टीचर उपस्थित रहे।
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