मानिकपुर में खुलेगा अस्थाई अग्निशमन केन्द्र
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में वन अग्नि सुरक्षा व जागरूकता अभियान गोष्टी रेंज परिसर मानिकपुर में बैठक हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि दो माह संवेदनशील है। ऐसे में सजग रहने की जरूरत है। जनपद, ब्लाक, गांव स्तर पर बैठक करें। जंगल फल, फूल, प्राणवायु भी देते हैं। अगर वनस्पति नहीं होगी तो जीवन नहीं होगा। कहा कि जंगल में लगी आग को बुझाने में सभी के सहयोग की जरूरत होती है। जागरूक नागरिकों की तरह बचाएं। यह धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लेती है। थोड़ी चूक से बहुत वन्य जीव, वनस्पतियां समाप्त हो जाती है। इसमें कुछ लोगों ने बहुत अच्छे सुझाव दिए हैं, लेकिन अमल करने की जरूरत है। कुछ ऐसे गांव चिन्हित है जहां नागरिकों को जागरूक कर वहां पर महुआ को किस प्रकार से उठाएं और आग लगने से बचाएं। उन्होंने कहा कि
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गोष्ठी में निर्देश देते डीएम। |
उन स्थलों को चिन्हित कर ले जहां पर आग लगती है। इस तरह की बैठक सभी ग्राम स्तर पर कर जागरूक किया जाए। छोटी सी लापरवाही से बहुत बड़ी घटना हो जाती है। 2022 में पूरा प्रयास कर न्यूनतम पर लाएं। वर्षा काल तक इसे बचाएं। वन को बचाने का समय आ गया है। सभी अधिकारी गांव स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर जंगल में आग लगने से बताएं। उन्होंने कहा कि पेड़ की पत्तियों को न जलाएं। इसी से खाद बनाए। अग्निशमन विभाग को सतर्क रहना होगा। उन्होंने कहा कि कुछ नवयुवक की टीम बनाकर इसके बारे में बताएं और प्रेरित करें की अग्नि को कैसे बुझाए। मानिकपुर में अस्थाई रूप से अग्निशमन की गाड़ियां रखी जाएंगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी मऊ सुबोध गौतम ने बताया कि जन सहयोग की बहुत जरूरत है। आग लग जाती है तो लोकल स्तर पर आग बुझाने की भी जरूरत है। सभी प्रधानों से अपील की है कि सभी लोग सहयोग करें। ब्लाक प्रमुख मानिकपुर अरविंद मिश्रा ने कहा कि जो लोग महुआ बीनने जाते है उनको समझाएं। जिससे आग नहीं लग पाएगी। पाठा में पेयजल की समस्या होती है। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति के द्वारा आग लगाई जाती है उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष सुनील शुक्ला ने प्रधानों का आवाहन किया सभी लोग इस कार्य में सहयोग करें। इस अवसर पर उप जिला अधिकारी प्रमेश श्रीवास्तव, डीपीआरओ तुलसी राम, खंड विकास अधिकारी सुनील सिंह, अग्निशमन अधिकारी लालजी मिश्रा आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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