बांदा, के एस दुबे । हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी तीन फरवरी गुरुवार को पुलिस लाइन तिराहे के पास स्थित जरैली कोठी दरगाह में हजरत सैय्यद बाबा का कदीमी उर्स मनाया गया। उर्स में फातेहा ख्वानी कुरआन ख्वानी,चादर पोशी के साथ साथ लंगर (भंडारे ) का इंतजाम किया गया। दरगाह कमेटी के अध्यक्ष इकबाल अहमद ने जानकारी देते हुए बताया कि जैरैली कोठी वाले सैय्यद बाबा का ये उर्स लगभग 450 वर्षों से लगातार हो रहा है हर साल की तरह इस साल भी गुरुवार को उर्स का आयोजन किया गया। उर्स में सुबह से ही फातेहा पढ़ने चादर चढ़ाने, और मन्नत मांगने वालों का तांता लगा रहा, हिन्दू मुस्लिम दोनो ही धर्म के मानने वाले बड़ी संख्या में अकीदत मन्द दरगाह माथा टेकने
उर्स में मौजूद अकीदतमंद |
पहुंचे। उर्स के दिन सुबह फजिर की नमाज के बाद गुस्ल की रस्म अदा की गई इसके बाद दरगाह परिसर में कुरआन ख्वानी हुई, दोपहर में फातेहा हुई इसके बाद लंगर (भंडारे ) का आयोजन किया गया जिसमें हिन्दू समाज के बहन भाइयों का ध्यान रखते हुए शाकाहारी लंगर और व्रत वाले लोगों के लिए जूस और फल वगैरह का इंतजाम भी किया गया। रात में महफ्ले समा का आयोजन हुआ जिसमें कव्वाल पार्टियों ने खानकाही कव्वालियां सुनाई सुबह 3 बजकर 11 मिनट पर कुल की फातेहा हुई और इसी के साथ जरैली कोठी वाले सैय्यद बाबा का उर्स सम्पन्न हो गया। इस उर्स में सैकड़ों हिदू मुस्लिम अकीदत मन्दो के साथ साथ मुफ्ती हबीब उर्रहमान, सईद अहमद पूर्व प्रशासनिक अधिकारी कलेक्ट्रेट बाँदा, भजपा नेता आरिफ खान,डाक्टर सिद्दीक खान, डाक्टर बी जी गुप्ता, सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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