जीटीडीसी में मानसिक स्वास्थ्य जागरुकता पर हुई गोष्ठी
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की चार इकाईयों का एक दिवसीय शिविर संपन्न हुआ। जिसमें पंजीकृत छात्र, छात्राओं को मानसिक, शारीरिक, सामाजिक अवसाद से बचने के लिए मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता विषय पर संगोष्ठी की गई।
मुख्य वक्ता जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रो डा. संजय नायक ने बताया कि निर्णय लेने की क्षमता स्वस्थ व्यक्ति की निशानी होती है। कहा कि अक्सर देखा जाता है कि स्वस्थ्य व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ रहता है। जो प्राणी अपने लिए जीता है उसे पशुवत व्यवहार माना जाता है। इसलिए सामाजिक व राष्ट्रहित के लिए कार्य करें। यदि जीवन में सही निर्णय लेने में सक्षम रहते हैं तो तनाव मुक्त
गोष्ठी में बोलते प्रोफेसर। |
जीवन जीते हैं। यदि कहीं मार्गदर्शन की आवश्यकता हो तो परामर्शदाता, शिक्षक से मार्गदर्शन लेना चाहिए। समस्या समाधान करने की प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को लक्ष्य के साथ अपने अध्ययन को जारी रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि हर छात्र के जीवन का लक्ष्य पढ़ाई पूर्ण कर रोजगार, नौकरी प्राप्त करना होता है। सभी छात्र, छात्राएं रूचि के अनुसार जब कैरियर का चुनाव करेंगे तो अपने लक्ष्य को प्राप्त करना आसान होगा। लक्ष्य निर्धारित करने पर योग्यता क्या होनी चाहिए यह पता रहे। विषय का चयन अधिक अनिवार्य होता है। महाविद्यालय के संरक्षक व प्राचार्य डा. राजेश कुमार पाल ने स्वयंसेवकों को अनुशासन में रहते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की बात कही। कहा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए यदि कहीं भी आवश्यकता महसूस हो तो सदैव तत्पर रहेगें। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी डा. सीमा कुमारी, डा. वंश गोपाल, डा. हेमंत कुमार बघेल, डा. गौरव पांडेय आदि मौजूद रहे।
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