(डॉक्टर डी एस गुप्ता)........
देवेश प्रताप सिंह राठौर
उत्तर प्रदेश के झांसी जनपद के वरिष्ठ डॉक्टर डी एस गुप्ता जी ने ब्रेन स्ट्रोक से संबंधित मरीज को ठीक कैसे किया जा सकता है क्या उसके उपचार हैं समय पर पहुंचने पर उसके अपंग होने से जीवन को बचाया जा सकता है
डॉक्टर डी एस गुप्ता ने बताया कि मरीज को समय से इंजेक्शन और दवाइयां प्राप्त करा दी जाए तो अपंग होने से उस मरीज को बचा सकते हैं। नर्सिंग स्टाफ को प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने बताया मरीज को इंजेक्शन लकवा की स्थिति में उसके वजन के अनुसार उसे इंजेक्शन की डोज दी जाती है
लकवा एक ऐसी बीमारी है जो जीवन में अपंगता के साथ परिवार को एक कष्ट से गुजरना पड़ता है तथा मरीज को भी कष्टों से गुजरना पड़ता है, उसके लिए नर्सिंग स्टाफ को समझाया कि आपके पास इस तरह के मरीज को लक्षण प्राप्त हो लकवा के उस समय समय पर इलाज प्राप्त हो जाए तो उसका उसके परिवार का जीवन सुखमय व्यतीत हो जाता है और वह व्यक्ति अपंग होने से बचाया जा सकता है ।
काफी संख्या में नर्सिंग स्टाफ थे उन्हें डी एस गुप्ता ने प्रशिक्षण प्रदान किया तथा इंजेक्शन दवाइयां इस्तेमाल की जाने वाली हर वस्तु को नष्ट कर दिया जाए जिससे उसका प्रयोग किसी दूसरे व्यक्ति पर दोबारा ना किया जा सके यह सब सावधानी बरतने की बात कही गई है। इस अवसर पर बहुत सारे नर्सिंग स्टाफ और अन्य मेडिकल से संबंधित स्टाफ होने प्रशिक्षण डॉक्टर डी एस गुप्ता के द्वारा प्राप्त किया और बहुत सारी सावधानियों के साथ मरीज को समय से उपचार होने पर लकवा के मरीजों को बचाया जा सकता है।
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