बेहतर उत्पादन, कुछ में झुलसा रोग का असर
खुदाई के बाद मंडी में आने लगा आलू किसानों की चिंता दूर
खागा/फतेहपुर, शमशाद खान । खेतों में आलू की खुदाई का काम शुरू हो गया है। खराब मौसम का कुछ असर फसल पर पड़ा है। एक बीघा खेत में करीब बीस कुंतल आलू पैदा हो रहा है। सब्जियों के राजा का आकार और मंडी में भाव भी उम्मीद के मुताबिक मिलने से अन्नदाता के चेहरों पर मुस्कान नजर आ रही है। बीते साल के मुकाबले क्षेत्र में आलू बुआई का रकबा और बढ़ा है तो उत्पादन भी ज्यादा रहने के आसार लगाए जा रहे हैं। अगैती वाली फसल में एक बीघा में 50 से 52 कुंतल उत्पादन निकल रहा है। पुखराज प्रजाति के आलू का आकार बड़ा होने के कारण बेहतर उत्पादन भी दे रहा है। झुलसा रोग का भी असर बीते साल और इस जनवरी में मौसम खराब हुआ और कोहरा पड़ा। वहीं फरवरी में हल्की बारिश हुई। ऐसे में कुछ फसल के पिछैती झुलसा रोग की चपेट में आने के आसार लगाए जा रहे हैं। इसकी वजह से 2 से 3 फीसद तक उत्पादन प्रभावित रह सकता है। पिछैती वाली फसल में एक बीघा में 20 से 25 कुंतल उत्पादन ही निकल रहा है।
खेत से आलू निकालती किसान महिलाएं।
उत्पादन देखकर खुश हो रहे किसान
खागा/फतेहपुर। ऐरायां ब्लाक के गांव कोडारवर निवासी वीरेन्द्र सिंह ने 20 बीघा खेत में पुखराज प्रजाति के आलू की बुआई की थी जिसमें 10 बीघे फसल उनकी खराब हो गई है। बाकी फसल में जो अगैती में बोई गई थी उसमें अभी दो बीघे की खुदाई में 100 कुंतल आलू बाहर ़निकला है। उनका कहना था कि झुलसा रोग की वजह से कुछ फसल खराब हुई है, नही ंतो पांच से आठ कुंतल और अधिक पैदावार होती।
मंडी में भाव मिल रहा बेहतर
खागा/फतेहपुर। अभी मिट्टी से आलू को बाहर निकलवाने में लगा किसान इसकी बिक्री में भी जुट गया है। मंडी में आ रहे आलू को भी ठीक भाव मिलने लगे हैं। मंडी में एक कुंतल का भाव 1100 रूपया तक मिल रहा है।
क्षेत्र में अलग-अलग प्रजाति का आलू बोया गया था ऐसे में पिछैती झुलसा का असर भी अलग ही दिखेगा फिर भी उत्पादन शानदार रहने के आसार हैं। इस वर्ष 7000 हेक्टेयर में आलू की बुवाई हुई है- राम सिंह जिला उद्यान अधिकारी फतेहपुर।
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