चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। यूक्रेन से लौटे बेटे से मिलने के लिए बेताब उनके माता पिता सहित स्थानीय निवासियों ने जिला मुख्यालय आने पर जोरदार स्वागत किया। बेटे के पहुंचने पर माता पिता की आसुओं के रूप में प्यार छलतकता रहा। बेटे की ऑखे भी भर आयी। कस्बा वासियों व भाजपाइयों ने माला पहनाकर स्वागत किया।
शहर के रोडवेज बस स्टैंड निवासी ठेकेदार रामबाबू गुप्ता के एमबीबीएस का छात्र आकाश गुप्ता यूक्रेन में फंसा था। जो शुक्रवार को चार पहिया वाहन से अपने घर पहुंचे। बेटे को मिलने के लिए आतुर मां सुशीला गुप्ता जो गृहणी है अपने पुत्र को गले लगा लिया। दोनो के ऑसू झलक गये। जो अपने माता पिता के चरण छूआ। इसके बाद घर के पास स्थित मंदिर के दर्शन किया। भाजपा नेता सांसद आर के पटेल, विधायक चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय सहित अन्य पदाधिकारियों ने माला पहनाकर स्वगात किया। आकाश ने वर्ष 2017 में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गया था। इस बार अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। इस मौके पर शिवशंकर सिंह, पकंज अग्रवाल, आलोक पांडेय, दिनेश दिवारी, अर्जुन शुक्ला सहित स्थानीय व्यापारी मौजूद रहे।
पूजा करते परिजन।
दिखा सदभाव, अरशद ने बहुत सहयोग किया
चित्रकूट। यूक्रेन से आए आकाश गुप्ता ने बताया कि रूस यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने भारत आने की तैयारी छात्र-छात्राओं ने शुरू कर दिया था। जिससे वह एक बस के माध्यम से कि सी तरह से रोमानिया देश पहुंचे। इस काम में उनके सहयोगी अरशद ने बहुत सहयोग किया। रोमानिया पहुंचने पर उनका बहुत स्वागत किया गया। इसी देश के एक पत्रकार ने उनके सभी साथियों की बडी मदद की। वहां से उनको भारत देश भेजा गया। बताया कि भारत देश में वहां की अपेक्षा अधिक धनराशि एमबीबीएस करने में लगती है। इसके अलावा कई समस्याएं आती है। जिससे वह यूक्रेन में पढ़ाई करने के लिए गया था।
कब कहा बम गिर जाए कोई ठिकाना नहीं था
चित्रकूट। यूक्रेन से अपने घर पहुंचे आकाश गुप्ता ने बताया कि यूक्रेन में बहुत भयवाह स्थिति है। सब कोई अपनी जान बचा रहा है। कब कहा बम गिर जाए कोई ठिकाना नहीं है। कई छात्र लापता हो गये है। कुछ की मौत भी हुई है। वहां पर भयवाह स्थित है जिसका बायान नहीं दिया जा सकता है। आज भी वहां का मंजर की याद आ जाती है तो डर लगने लगता है। भारतीय झंडा लेकर चलने पर सैनिक हमला नहीं बोलते थे।
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