ईसीसीई क्रियान्वयन कार्यशाला में नई शिक्षा नीति पर डाला प्रकाश
खागा/फतेहपुर, के एस दुबे । बीआरसी ऐरायां में खंड शिक्षा अधिकारी श्रवण कुमार पाल के नेतृत्व में जनपद के एसआरजी जयचंद्र पांडेय के मार्गदर्शन में विकास खंड के समस्त एआरपी की उपस्थिति में नोडल संदर्भदाताओं के सहयोग से ईसीसीई क्रियान्वयन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में भाग लेते खंड शिक्षा अधिकारी व अन्य। |
कार्यशाला की शुरुआत करते हुए खंड शिक्षा अधिकारी ऐरायां श्रवण कुमार पाल ने सभी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं नोडल शिक्षकों का आह्वान किया कि वे बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करें। जिससे हम निपुण भारत के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें और बच्चों की बुनियाद को सुदृढ़ कर सकें। एसआरजी जयचंद्र पांडेय ने नई शिक्षा नीति 2020 के प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि शिक्षा से रटंत प्रणाली को हटाकर ऐसी शिक्षा पद्धति का विकास किया जाए जो बच्चों में तार्किकता, बौद्धिकता व समझ के साथ पढ़ना व लिखना आदि का विकास कर सकें। एआरपी कृष्ण वीर सिंह ने 3 से 6 वर्ष के बच्चों के नामांकन एवं उपस्थिति पर चर्चा किया। एआरपी डॉ. अम्बिका प्रसाद मिश्र ने शिक्षा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्रों से समुदाय को जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। नोडल संकुल दिव्या पांडेय ने बच्चों की शिक्षा में गतिविधियों के महत्व पर जोर डाला। नोडल संकुल दिलीप सिंह ने प्रारंभिक शिक्षा में खेल गतिविधियों को सम्मिलित करने पर बल दिया। सुपरवाइजर राधा ने एक सुंदर गतिविधि का प्रदर्शन किया। नोडल शिक्षक शोभाती, अर्चना सिंह, मालती सिंह, मंजू पांडेय ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यशाला में गीता सिंह, शांति मौर्या, सुमन, सत्यवती सिंह, शोभा अरोरा, उषा देवी, कमलेश सिंह, पवन कुमार, मो.नाजिम, धर्मेंद्र कुमार तिवारी, संदीप कुमार, शैलेश कुमार आदि उपस्थित रहे।
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