जनपद में बीएओ की कारगुजारियों ने मतदान को लगाया पलीता
जिन लोगों ने लोस चुनाव में वोट किया, विस चुनाव में मतदाता सूची से नाम गायब
बांदा, के एस दुबे । ऐसा नहीं है कि बीएलओ ने पूरी ईमानदारी से काम नहीं किया, लेकिन खामियां इतनी रह गईं कि उनकी मेहनत पर पानी फिर गया। ऐन वक्त पर मतदान के दिन जब मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम गायब मिले तो मतदाताओं का पारा चढ़ता रहा। बीएलओ को खरीखोटी सुनाते ही तमाम मतदाता बिना वोट किए ही अपने घर लौटने को मजबूर हो गए। इसके साथ ही बीएलओ ने तमाम इलाकों में मतदाताओं के घरों में पर्चियां तक नहीं पहुंचाई थीं।
घूंघट की ओट में मतदान करने को लगीं महिलाएं |
मतदान को बिना किसी बाधा के संपन्न कराने का जिला निर्वाचन अधिकारी का मंसूबा धरा का धरा रह गया। मतदान तो हुआ, लेकिन बीएलओ की कारगुजारियां ने मतदान प्रक्रिया को जमकर पलीता लगाया। हालात तो यहां तक पहुंच गए कि जिन लोगों ने पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान किया था, उन लोगों के नाम विधानसभा चुनाव की मतदाता सूची से गायब था। पर्ची लेने के लिए बीएलओ के बस्ते पर तमाम मतदाता पहुंचे तो उनका नाम सूची से गायब मिला और उन्हें मजबूरन बैरंग वापस लौटना पड़ा। इसके साथ ही ज्यादातर गांवों में बीएलओ ने मतदाताओं के घरों में पर्चियां भी नहीं पहुंचाई थीं, इससे भी मतदाताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यह हाल पूरे जिले में रहा। लोगों ने बीएलओ की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए हैं। कहा है कि जिला निर्वाचन अधिकारी को इस मामले पर गौर करना चाहिए और संबंधित बीएलओ के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसा न हो सके। ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा शहरी क्षेत्रों में भी बीएलओ ने कम लापरवाही नहीं की है। शहरी क्षेत्र में भी मतदाताओं को काफी हलाकान होना पड़ा।
No comments:
Post a Comment