कहानी संग्रह काकी का कुनबा की समीक्षा भी हुई
बांदा, के एस दुबे । राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रविवार को केदार स्मृति न्यास के तत्वावधान में विमोचन एवं समीक्षा समारोह का आयोजन किया गया। इसमें माटी पत्रिका के 70वें अंक का विमोचन किया गया। इसके साथ ही कहानी संग्रह काकी का कुनबा की समीक्षा भी की गई। इसके पूर्व मां सरस्वती की वंदना और दीप प्रज्जवलन के साथ विमोचन एवं समीक्षा समारोह का शुभारंभ किया गया।
माटी पत्रिका का विमोचन करते मंचासीन अतिथिगण |
विमोचन एवं समीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य और विशिष्ट अतिथि के तौर पर राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की प्राचार्य डा. दीपाल गुप्ता मौजूद रहीं। उन्होंने समारोह की अध्यक्षता की। डा. शबाना रफीक न्यास के उपाध्यक्ष के रूप में समारोह में मौजूद रहीं। डा. सबीहा रहमानी के कहानी संग्रह काकी का कुनबा की समीक्षा की गई। इसके बाद माटी पत्रिका के 70वें अंक का विमोचन अतिथियों ने किया। विशिष्ट वक्ता डा. शशिभूषण मिश्र ने डा. रहमानी की कहानियों की और अपने कहानी लेखन के सफर के बारे में बताया। श्री मिश्र ने समीक्षा करते हुए कहा कि सामायिक मुद्दों और स्त्री-विमर्श जैसे मुद्दों पर दृढ़तापूर्वक अपनी पकड़ मजबूत बनाते हुए तमाम झंझावातों से जूझते हुए महिलाओं को सशक्तता का संदेश देते हुए सकारात्मक प्रभाव छोड़ती हैं। आनंद कुमार मंजुल ने सभी कहानियों पर अपने विचार रखतेहुए कहा कि डा. रहमानी कहानी साहित्य के फलक की आफताब होने जा रहीं हैं। सुधीर सिंह जी ने कहा कि डा. रहमानी का कहानी संग्रह बहुत अच्छा है। प्राचार्य डा. दीपाली गुप्ता ने कहानी संग्रह में दर्ज कहानियों की संवेदनशीलता पर प्रकाश डाला। रामचंद्र सरस, रामकरण साहू ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन डा. अंकिता तिवारी ने किया। विभागाध्यक्ष इतिहास डा. जयप्रकाश सिंह भी उपस्थित रहे। डा. ज्योति मिश्र विभागाध्यक्ष संगीत के निर्देशन में आशिका, शिवानी और तृप्ति ने सरस्वती वंदना और स्वागत गीत प्रस्तुत किया। इनके अलावा श्रद्धा निगम, उमा पटेल, अंजू दमेले समेत काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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