विवाह मुर्हत में गुरू शुक्र अस्त का भी विचार किया जाता है। अच्छा शुक्र भोग विलास का नैसर्गिक कारक है और दाम्पत्य सुख कोे दर्शाता है गुरू कन्या के लिये पति सुख का कारक है। दोनों ग्रहों का शुभ विवाह हेतु उदय होना शास्त्र सम्मत है। इस वर्ष फरवरी के विवाह मुहूर्त समाप्त हो गए अब अप्रैल में 10, मई में 19, जून में 17, जुलाई में 9, नवम्बर में 5, दिसम्बर में 9 विवाह मुहूर्त है
इस वर्ष में 23 फरवरी से 26 मार्च तक 31 दिन गुरु तारा अस्त रहेगा और 14 मार्च से 14 अप्रैल मीन खरमास रहेगा जिसके कारण विवाह आदि कार्य नहीं होगें मार्च में विवाह मुहूर्त नहीं हैै एवं 15 अप्रैल से विवाह मुहूर्त प्रारम्भ होगें 10 जुलाई तक विवाह मुहूर्त रहेंगे 10 जुलाई से देवशयनी एकादशी से 4 नवम्बर देवोत्थानी एकादशी तक चातुर्मास प्रारम्भ होने के कारण चार माह तक विवाह आदि कार्य नहीं होगें एवं 2 अक्टूबर से 20 नवम्बर तक शुक्र तारा अस्त है जिसके कारण विवाह 24 नवम्बर से विवाह मुहूर्त प्रारम्भ होगें
शुभ विवाह मुर्हूत- वर्ष 2022
अप्रैल’ 15,16,17,18,19, 20, 21, 22, 23, 27
मई 2 3 4 9 10 11 12 13 14 15 17 18 19 20 21 24 25 26 31
जून 1 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 21 22 23
जुलाई 2 3 4 5 6 7 8 9 10
नवम्बर 24 25 26 27 28
दिसम्बर 2 3 4 7 8 9 14 15 16
ज्योतिषाचार्य-एस.एस.नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र, अलीगंज,
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