चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के शोध छात्र विशेष दुबे को शिक्षा विभाग ने उनके शोध कार्य ’स्नातक स्तर पर अध्ययनरत दृष्टि बाधित बालक, बालिकाओं की शैक्षिक उपलब्धि व संवेगात्मक बुद्धि, सामाजिक अभिवृत्ति का प्रभाव शीषक शोध कार्य के लिए पीएचडी की उपाधि दी है।
शोध छात्र विश्वेश दुबे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो भरत मिश्र, कुलसचिव परीक्षा प्रो ललित कुमार, कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो नंदलाल, प्रो आशा शर्मा, प्रो विनोद शंकर सिंह, प्रो आरसी त्रिपाठी, सहायक आचार्य यशवंत सिंह, रविंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे। परीक्षा ऑनलाइन आयोजित की गई थी। आजीवन कुलाधिपति जगदगुरु रामभद्राचार्य सहित माता-पिता के आशीर्वाद से शोध कार्य संपन्न हुआ है। दिव्यांग विवि के कुलपति प्रो योगेश चन्द्र दुबे, कुलसचिव आरपी मिश्र, लेखाधिकारी एनबी गोयल, पीआरओ एसपी मिश्र, डीन डा विनोद मिश्र, डा किरण त्रिपाठी, डा महेंद्र उपाध्याय, निहार रंजन मिश्र, डा रजनीश सिंह, डा नीतू तिवारी, डा. मुकुंद पांडेय, खेल अधिकारी अंमृतांशु .मिश्र, डा .राकेश द्विवेदी आदि ने हर्ष जताया है।
No comments:
Post a Comment