बीरमपुर के ग्रामीणों ने गांव के बाहर लगाया बैनर
नरैनी, के एस दुबे । नेताओं एवं चुनाव संबंधी अधिकारियों का गांव में आना सख्त मना है विकासखंड नरैनी के संग्रामपुर गाव के मजरा बीरमपुर के ग्रामीणों ने गांव के बाहर एक बैनर लगा दिया है जिसमें गांव के लोगों ने आजादी से बाद से आज तक गांव की सड़क, पानी, नाली न बनने से आक्रोशित होकर विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करते हुए वोट न डालने का फैसला लिया है।
गांव के बाहर बैनर लगाए खड़े ग्रामीण |
विकासखंड नरैनी से 30 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत संग्रामपुर की आबादी लगभग 3000 है जिसमे चार मजरा स्थापित है मजरा बीरमपुर की आबादी लगभग 800 है जहां पर समस्या ही समस्या नजर आती है गांव के राजकुमार, नंदू राम ,जानकी शरण, सुशील, सत्यजीत, कल्लू, रजुवा, किशोरी लाल, अमरपाल ,राजेश सहित गाव के लोगों ने गांव के बाहर मुख्य मार्ग में चुनाव बहिष्कार करने का एक बैनर लगा दिया है जिस पर लिखा गया है नेता व चुनाव अधिकारियों का गांव में आना मना है विकास नहीं तो, वोट नहीं। समस्त ग्राम वासियों ने बताया की आजादी के बाद से पूरा गांव विकास के लिए तरस रहा है इस गांव में शासन प्रशासन द्वारा कोई भी विकास कार्य नहीं कराया गया। आजादी के बाद से आज तक सड़क,नाली व पानी का निर्माण नहीं कराया गया। बरसात के
ध्वस्त पड़ी सड़क |
महीने में यहां से निकलना दूभर हो जाता है अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाता है तो उसको चार लोग चारपाई में लादकर 4 किलोमीटर से कच्चा रास्ता से गुजर कर निकलना पड़ता है कई वर्षों से चली आ रही समस्याओं के बारे में दर्जनों बार प्रशासनिक अधिकारियों को समस्या के बारे में अवगत कराया जा चुका है परंतु आज तक कुछ नहीं हुआ न ही क्षेत्रीय विधायक ने आज तक सुध नहीं ली चुनाव आते ही इन नेताओं को गांव की गलियां नजर आती है जीतने के बाद सब कुछ अपने वादे भूल जाते हैं जिसका सबक हम समस्त गांववासी विधानसभा चुनाव में दिखाएंगे। गांव निवासी राजकुमार ने बताया कि हम छोटे से बड़े हो गये लेकिन आजतक अपने गांव में जानें के लिए रास्ता नहीं देखा। वहीं सुशील ने बताया कि अगर हम रात में इस तरह आए तो चार किलो मीटर पैदल चलकर जाना पड़ता है जो हम लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। जब इस विषय में खण्ड विकास अधिकारी अनुभा श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में नही है, जानकारी करवाई जा रही है।
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