धाता/फतेहपुर, शमशाद खान । कस्बे स्थित गायत्री शक्तिपीठ में स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस के रूप में मनाई गई। स्वामी जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व को याद किया। उनके विचारों पर चलने के लिए युवाओं को प्रेरित किया। विवेकानंद जी ने विश्व मंच पर भारत वर्ष का नाम अपने विचारों से किया। अपने संबोधन से जो छाप बनायी थी युवाओं के लिए सदैव स्मर्णीय रहेगा।
जयंती समारोह में भाग लेते लोग। |
संचालन करते हुए ब्रजेश सिंह ने राष्ट्रीय युवा दिवस पर कहा कि समाज में व्याप्त बुराइयों पर चर्चा हो और उसके समाधान के लिए युवा पीढ़ी को सामने आना होगा। कार्यक्रम में सरस्वती विद्या मंदिर के युवाओं ने संबोधन करते हुए बताया कि युवा राष्ट्र का निर्माता स्वयं है स्वयं को जाने पढ़ाई के साथ-साथ समाज और देश की प्रगति में योगदान दें। योग, ध्यान, कर्म और परिश्रम से देश और समाज की प्रगति में सहयोग किया जा सकता है। कार्यक्रम में पुरुष युवा मंडल का गठन हुआ। सभी युवाओं ने संकल्प लेकर अपनी भागीदारी सुनिश्चित की। महिला मंडल का गठन करते हुए सभी महिलाओं व छात्राओं से अपने घर व समाज में किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में सहभागिता का संकल्प दिलवाया गया। कर्मकांड, संस्कार सहित विभिन्न कार्यक्रमों को भी गायत्री शक्तिपीठ के माध्यम से संपादन करवाने का महिला मंडल ने संकल्प लिया। कार्यक्रम में रामानंद सिंह, इकबाल सिंह, राम सिंह, महेंद्र सोनी, चन्द्रभान सिंह, ओमकार केशरवानी, रामचंद्र, राम प्रसाद सिंह, सर्वेश सिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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