निरीक्षण के दौरान डीएम ने आक्सीजन प्लांट, आक्सीजन सिलेंडर और वेंटीलेटर के हालात जाने
बेडों में गद्दे न मिलने और जनरेटर के लिए शासन को पत्राचार करने के निर्देश
बांदा, के एस दुबे । कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर शासन स्तर से आदेश दर आदेश जारी किए जा रहे हैं। इसको ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक मशीनरी भी स्थानीय स्तर पर व्यवस्थाओं का जायजा ले रही है। शुक्रवार को जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कोविड एल-टू अस्पताल और मण्डलीय अस्पताल का निरीक्षण किया। औचक निरीक्षण में तमाम अव्यवस्थाएं मिलीं। जिलाधिकारी ने आक्सीजन प्लांट, वेंटीलेटर, आक्सीजन सिलेण्डर, बेड आदि की व्यवस्थाओं को देखा। खामियां पाए जाने पर व्यवस्था दुरुस्त कराने और शासन स्तर पर पत्राचार करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए काम किया जाए। लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं होगी।
केविड चिकित्सालय का निरीक्षण करते जिलाधिकारी अनुराग पटेल |
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को बताया गया कि वार्ड-1 में 5 बेड है, जिसमें 05 कार्डियफ मानिटर एवं 05 वेन्टिलेटर रखे हुये थे, इन्हें डीएम ने अपने सामने चलवाकर देखा। वार्ड 2 में 6 बेड है जिसमें एचएफएनसी 1, वेन्टीलेटर 4 एवं आक्सीजन कन्सन्ट्रेटर-1 स्थापित हैं। मौके पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने डीएम को बताया कि पीकू आईसीयू में कुल-11 बेड, पीकू एचडीयू वार्ड में 32 बेड एवं पीकू आईसोलेशन वार्ड में 50 शैय्या है। कोविड-19 आईसीयू व्यस्क वार्ड में 10 बेड, ओमिक्रोन आईसोलेशन एचडीयू वार्ड में 10 बेड, 49 बेड़ सामान्य आईसोलेशन वार्ड में स्थापित किये गये है। इस प्रकार एल-2 चिकित्सालय में कुल 150 बेड स्थापित हैं। 23 वेन्टीलेटर, एचएफएनसी 1, कार्डियफ मानिटर 20, आक्सीजन कन्सन्टेटर 17 सहित 44 छोटे आक्सीजन सिलेण्डर और छह बड़े जम्बो सिलेण्डर उपलब्ध है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि 150 बेडो में से 68 बेडो में गद्दे नहीं है। इसके लिए शासन को पत्र भेजा गया है। डीएम ने मण्डलीय चिकित्सालय में स्थापित 960 एल0पी0एम0 (लीटर प्रति मिनट) की क्षमता के आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया। सीएमएस ने बताया कि प्लांट चालू है। आक्सीजन प्लांट में बिजली आपूर्ति के लिए 250 केवीए के जनरेटर की मांग की गई थी, लेकिन 160 केवीए का जनरेटर स्वीकृत हुआ था, लेकिन जनरेटर प्लांट का लोड नहीं ले पा रहा है। डीएम ने शासन को पत्राचार करने के निर्देश दिए। दवा वितरण अनुभाग के निरीक्षण के दौरान डा. एसपी त्रिपाठी, चीफ फार्मासिस्ट उपस्थित मिले। जिलाधिकारी को बताया गया कि तकरीबन 1500 मरीज प्रतिदिन दवाएं प्राप्त कर रहे हैं। जिलाधिकारी ने 102 नंबर एंबुलेंस का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ईएमटी प्रीती से जिलाधिकारी ने जानकारी हासिल की। ईएमटी आक्सीजन सिलेंडर नहीं चालू कर पाई, इस पर जिलाधिकारी ने सुयोग्य कर्मचारियों की तैनाती के निर्देश दिए।
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