चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। मनुष्य को कभी अहंकार नही करना चाहिए। मैं का त्याग करें। सिर्फ एक ही जगह अहंकार हो कि मैं भारतीय हूं। मैं हिंदू और राष्ट्र के लिए प्राणों का बलिदान करने के लिए तत्पर रहेंगें। राष्ट्र धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है। कन्या भ्रूण हत्या से बड़ा कोई पाप नहीं है। जहर का घूंट पीने वाली मीराबाई और वीरांगना लक्ष्मी बाई ने नारी शक्ति का मान सम्मान बढ़ाया है। जिनके घर बेटियां जन्म लेती है उनके मां-बाप किसी राजा से कम नहीं होते है।
भागवताचार्य नवलेश दीक्षित।
यह बात ग्राम बिहारा के पेरा तीर हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित संगीतमय श्रीराम कथा के दूसरे दिन कथा प्रवक्ता नवलेश दीक्षित ने कही। उन्होंने कहा कि बेटियों को भी अपने पिता, भाई, पति आदि के सम्मान की चिंता करनी चाहिए। श्रीराम कथा सुनने के लिए आसपास के खोही, बरगदहा आदि गांव से बड़ी संख्या में श्रोतागण पहुंच रहे हैं। कथा आयोजक भोलेराम शुक्ला, यजमान रमेश शुक्ला सपत्नीक श्री राम कथा का रसपान कर रहे हैं।
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