व्यवहार में परिवर्तन कराकर ही रोका जा सकता है जल का दुरूपयोग : डीएम
फतेहपुर, शमशाद खान । राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के तत्वाधान में हर घर नल योजना के अन्तर्गत जनपद के प्रत्येक ग्राम पंचायत में संचालित होने वाली जन जागरूकता गतिविधियों के शुभारंभ पर सदर विधायक विक्रम सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को शुद्ध जल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। डीएम ने कहा कि व्यवहार परिवर्तन कराकर ही जल का दुरूपयोग रोका जा सकता है।
कार्यशाला को संबोधित करते सदर विधायक विक्रम सिंह। |
कलेक्ट्रेट सभागार में मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक विक्रम सिंह ने शिरकत की। विधायक एवं डीएम ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए विधायक ने कहा कि पानी मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में है। सत्तर प्रतिशत ग्रामीण आबादी को पेयजल के समुचित उपयोग एवं रख-रखाव के साथ दूषित जल के निष्पादन के लिए भी जागरूक करना होगा। जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे ने कहा कि स्वच्छता की आदतों एवं शुद्ध पेयजल का उपयोग करके होने वाली बीमारियों को रोका जा सकता है। पेयजल समितियां की नियमित बैठकें कराकर उन्हें सक्रिय करने की आवश्यकता है। जिससे वह क्रियाशील पाइप लाइन के संचालन में अपना सहयोग दे सके। मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश ने कहा कि प्रदूषण के लिए हम स्वयं जिम्मेदार हैं। प्रदूषण को रोकने के लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। वर्षा जल के संरक्षण के लिए भी लोगों को जागरूक करना होगा। राज्य प्रशिक्षक अजीत तिवारी ने कहा कि पानी को बनाना मुश्किल है जबकि बचाना आसान है, इसलिए वैश्विक स्तर पर हो रहे जल संकट से निपटने के लिए लोगों में जागरूकता लाना महत्वपूर्ण कदम है। उन्होने कहा कि कृषि कार्य के लिए पूरे जनपद में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसमें स्वास्थ्य कल्याण समिति की बैठक आंगनबाड़ी केंद्र पर मातृ समिति की बैठक कराई जा रही है। इस अवसर पर राकेश शर्मा, योगेश पाण्डेय, राम प्रकाश त्रिवेदी, राजिक अली, सोनू सैनी, रमेश सिंह, अफन मिश्रा भी उपस्थित रहे।
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