चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। आगामी 15 दिसम्बर को होने वाले हिन्दू एकता महाकुंभ की तैयारी जोरो पर है। इस महाकुंभ में देश के संतो का समागम होगा। एकता का चिंतन किया जाएगा। बीते दिनो उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की तरफ से दिए गए बयान में मथुरा की बारी पर राजनैतिक संग्राम के बीच भी मंथन होना है।
महाकुंभ में सिर्फ अयोध्या, काशी, मथुरा के लिए चिंतन नहीं होगा। अन्य विषयों पर भी मंत्रणा होगी। सबसे बड़ा विषय एकता का रहेगा। संतो की ओर से प्रस्ताव बनाया जाएगा कि हिन्दू वर्ग से जुड़ी सभी जातियो को एक मंच पर लाएं। जिससे एकता का उद्देश्य पूरा हो सके। बताया जा रहा है कि देश में लगातार कम हो रही हिन्दुओ की संख्या पर भी विशेष मंथन के साथ ही समाधान तैयार किया जाएगा। हालाकि इस महाकुंभ को राजनीति से दूर रखा गया है, लेकिन उप्र विस चुनाव के पहले होने वाले इस आयोजन से प्रदेश की राजनीति गरमाने की तैयारियां शुरू
मैच में बाल फेंकते गेंदबाज। |
हो गई है। यह मानना है कि महाकुंभ में पांच लाख लोगों के जुटने के आसार है। जिसमें देश के एक लाख के लगभग संत होंगें। मुख्य अतिथि के रूप में संघ प्रमुख मोहन भागवत होंगें। जगदगुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज अध्यक्षता करेंगें। आयोजन को सफल बनाने के लिए कार्यक्रम आयोजक जगदगुरु के उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास जुटे हैं। महाकुभ में प्रशासन भी लगातार व्यवस्थाएं देख रहा है। यह भी मानना है कि संत के रूप में सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ भी शिरकत कर सकते हैं। जिन्हें जगदगुरु ने आमत्रित भी किया है। आयोजन को आकर्षक बनाने के लिए प्रसिद्ध कलाकार भी अपनी प्रस्तुतियां देंगें।
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