काकलियर इम्प्लांट सर्जरी होने के बाद बोल व सुन सकेंगे गूंगे-बहरे बच्चे
फतेहपुर, शमशाद खान । समाजसेवा के क्षेत्र में अग्रणी कन्या फाउंडेशन ने एक और पहल की शुरूआत कर दी है। जन्म से गूंजे-बहरे (मूक-बधिर) बच्चों का निःशुल्क इलाज अब फाउंडेशन की ओर से किया जाएगा। पांच वर्ष तक की उम्र के बच्चे इसका लाभ उठाने के लिए फाउंडेशन के कार्यालय में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
यह बात शुक्रवार को कन्या फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. आसिफ एवं डा. दयानंद चौधरी ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। श्री आसिफ ने बताया कि कन्या फाउंडेशन समय-समय पर लोगों की
पत्रकारों से बातचीत करते फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मो. आसिफ एवं डा. दयानंद चौधरी। |
सहायता करती है। पीड़ितों को न्याय दिलाने में भी संस्था पीछे नहीं है। अब संस्था ने एक नई पहल की शुरूआत की है जिसमें जन्म से गूंगे बहरे बच्चों का निःशुल्क इलाज फाउंडेशन की ओर से कराया जाएगा। इसका लाभ उठाने के लिए अभिभावक बच्चों का रजिस्ट्रेशन कार्यालय में आकर करा रहे हैं। डा. दयानंद चौधरी ने कहा कि पांच वर्ष तक की आयु के जो बच्चे जन्म से बोल व सुन नहीं पाते ऐसे बच्चों का इलाज संभव है। सर्जरी में लगभग दस से पन्द्रह लाख रूपए का खर्च आएगा। उन्होने बताया कि काकलियर इम्प्लांट सर्जरी होने के बाद जन्म से गूंगे बहरे बच्चे बोल व सुन सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के बाद ही बच्चों का इलाज उच्च स्तरीय डाक्टरों के पैनल द्वारा किया जाएगा। मो. आसिफ एडवोकेट व डा. दयानंद चौधरी ने जनपदवासियों का आहवान किया कि जन्म से मूक-बधिर बच्चों का इलाज कराने के लिए फाउंडेशन के पदाधिकारियों से भी सम्पर्क किया जा सकता है।
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