दीपावली से 1 दिन पूर्व अर्थात् कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी को 3 नवंबर को नरक चतुर्दशी और रूप चतुर्दशी (रूप निखारने का पर्व) के पर्व के रूप में मनाया जायेगा। चतुर्दशी तिथि 3 नवम्बर को प्रातरू 09ः02 प्रारम्भ होकर 4 नवंबर को प्रातरू 06ः03 तक रहेगी। रूप चतुर्दशी के दिन सूर्योदय के पूर्व उठकर तिल के तेल से मलिश करके स्नान करना चाहिए। उसके पश्चात भगवान श्री कृष्ण के निमित्त दीपक जलाकर लम्बी आयु और आरोग्य की प्रार्थना करें। और
अपनी समृद्धि हेतु प्रार्थना करें और सांयकाल महालक्ष्मी और कुबेर के निर्मित दीपक प्रज्वलित कर उनके मंत्रो का जाप करें और आर्थिक समृद्धि की प्रार्थना करें -
ज्योतिशाचार्य एस. एस. नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिश केन्द्र, लखनऊ
No comments:
Post a Comment