कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर धनतेरस के साथ पांच दिवसीय दीपोत्सव यानि दिवाली के पर्व का आंरभ हो जाता है जो भाई दूज तक चलता है। इस वर्ष धनतेरस 2 नवम्बर मंगलवार , नरक चतुर्दशी, हनुमान जयंती 3 नवम्बर बुधवार, दीपावली 4 नवम्बर गुरुवार, गोवर्धन पूजा 5 नवम्बर शुकवार, भाई दूज 6 नवम्बर शनिवार को है
2 नवम्बर दिन को धनत्रयोदशी (धनतेरस) कार्तिक कृश्ण त्रयोदशी को धनतेरस के रूप में मनाया जायेगा। इस वर्ष कन्या राशि और हस्त नक्षत्र का संयोग मिल रहा है। त्रयोदशी तिथि 2 नवम्बर मंगलवार को दिन में 11:31 से प्रारम्भ होकर 3 नवंबर बुधवार को सुबह 09:02 तक रहेगी। इस दिन मां लक्ष्मी, धनाध्यक्ष कुबेर की पूजा होती है व धनवन्तरी जयंती भी होती है इस दिन आयुर्वेद के जन्मदाता भगवान धनवन्तरी का समुद्र मंथन से प्राकट्य हुआ था। धनतेरस के दिन बर्तन, सोना-चांदी, आभूषण, वाहन खरीदना मिट्टी के दीये या घर का सामान खरीदना बेहद शुभ माना जाता है।
धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त 2 नवम्बर को सांयकाल 6 :05 से सायंकाल 7 :58 तक है इस साल धनतेरस के दिन खरीदारी करने के शुभ मुहुर्त ये हैं.
- अभिजीत मुहूर्त– सुबह 11:27 से 12:12 तक
- गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:12 से 05:36 तक
- प्रदोष काल- शाम 05:23 से 07:58 तक
- वृषभ काल– शाम 06:05 से 08:01: तक
- निशिता मुहूर्त- रात्रि 11:24 से 12:16 तक
- ज्योतिषाचार्य एस.एस.नागपाल, स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र, अलीगंज, लखनऊ
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