वर्षों से जब्त वाहन पुलिस के लिए बने मुसीबत
550 वाहनों की नीलामी के इंतजार में विभाग
खागा-फतेहपुर, शमशाद खान । आपराधिक व अन्य मामलों में जब्त वाहन वर्षों से थाने में खड़े-खड़े कबाड़ हो रहे हैं। अदालतों में प्रकरण लंबित होने से इनकी नीलामी नहीं हो पा रही है। इससे थानों अन्य वाहनों को खड़ा करने तक की जगह नही बची है। वर्षों से जब्त वाहन पुलिस के लिए मुसीबत बने हुए है।
कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाए रखने को तहसील क्षेत्र में छः थाने व आठ पुलिस चैकियां बनी हुई हैं। लूट, हत्या, चोरी, दुर्घटना आदि अपराधों में दो एवं चार पहिया वाहनों को यहां जब्त कर यहां रखा है। ऐसे में 550 से अधिक वाहन खुले आसमान के नीचे खड़े-खड़े जंग खा रहे हैं। वर्षोें से शीत-धूप की मार के चलते ये वाहन जर्जर हो
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थाने पर खड़े वाहन। |
चुके हैं। कोतवाली खागा में दो व चार पहिया वाहन मिलाकर करीब दो सौ वाहन खड़े हैं। ऐसे ही हथगाम में तकरीबन 50, घोष में 66, धाता में 90, खखरेरू में 59, किशनपुर में 30 वाहन खड़े-खड़े सड़ रहे हैं। उपसंभागीय परिवहन विभाग भी जांच में सीज वाहनों को खड़ा करवाने के लिए थाने ही भिजवा दिया जाता है। कभी-कभी तो स्थान की कमी के चलते गाड़ियों को रोड़ के किनारे ही खड़ा करना पड़ता है। जिससे दुर्घटना का भय बना रहता है। इस विषय पर पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल का कहना रहा कि थानों में खड़े वाहन किसी न किसी मुकदमें में जुड़े हैं। मुकदमें में निस्तारण के बाद ही वाहन को हटाया जा सकता है। हम जल्द ही इन वाहनों को लेकर कार्रवाई करेंगे।
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