फर्जी मुकदमें में पुलिस द्वारा फंसाये जाने का लगाया आरोप
एसटीएफ की टीम से मामले की जांच कराये जाने की मांग
फतेहपुर, शमशाद खान । बिन्दकी कोतवाली पुलिस जहां मुठभेड़ करके पकड़े गये युवकों को दोहरे हत्यायुक्त डकैती का आरोपी बताकर अपनी पीठ थपथपाने का काम कर रही है वहीं पकड़े गये युवकों के परिजनों व ग्रामीणोंने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया। परिजनों एवं ग्रामीणों ने मामले की एसटीएफ की टीम से जांच कराकर न्याय दिलाये जाने की गुहार लगायी है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय आये कंचनपुर डेरा मजरा सेलावन के ग्रामीणों व परिजनों ने एसपी को दिये गये शिकायती पत्र में बताया कि सात फरवरी को अनिल उर्फ ओम प्रकाश पुत्र बच्चीलाल व उसका भाई बब्लू चांदपुर थाना क्षेत्र के दरियापुर गांव में शहद निकालने गये थे। शहद निकालकर वापस आते समय पुलिस ने दोनों को
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एसपी से मिलने के लिए कार्यालय में खड़े ग्रामीण व परिजन। |
पकड़ लिया और बिन्दकी कोतवाली ले गयी। जहां पुलिस ने दोनों को दो दिन हिरासत में रखा। परिजनों को जब इसकी जानकारी हुयी तो वह बिन्दकी कोतवाली पहुंचे। जहां उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद आठ फरवरी की शाम अनिल उर्फ ओम प्रकाश को खजुहा चैकी पुलिस अपने साथ ले गयी। इस परिजन भी खजुहा चैकी पहुंचे। जहां सिपाहियों ने पारिवारिक लोगों के आधार कार्ड मंगवाये। उधर शाम लगभग साढ़े सात बजे पुलिस भाई बब्लू को तेंदुली गांव के समीप ले गयी और फर्जी मुठभेड़ दिखाकर पैर में गोली मार दी। पुलिस द्वारा परिजनों को कोई पारदर्शी जानकारी नहीं दी जा रही है। ग्रामीणों ने एसपी को बताया कि पकड़े गये दोनों भाई आपराधिक प्रवृत्ति के नहीं हैं। दोनों युवकों को पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमें में फंसाया जा रहा है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच होना जरूरी है। ग्रामीणों व परिजनों ने जिला स्तर के अलावा एसटीएफ टीम से मामले की जांच कराकर न्याय दिलाये जाने की गुहार लगायी है। इस मौके पर ओम प्रकाश गिहार, हितेन्द्र, किशनलाल, वकील सिंह, शिवपाल, अनिल, रिंकू, संदीप, दयाशंकर, रविशंकर, बनवारी, विमला देवी, राजे देवी, प्रेमा आदि मौजूद रहे।
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