धनराशि की कमी होने पर शासन से मांग करें अधिकारी
किसान दिवस बैठक में समस्याओं के त्वरित निराकरण के दिए निर्देश
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित अधिकारियों व किसान यूनियन के पदाधिकारियों के साथ संपन्न हुआ।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि जो भी किसानों की समस्याएं हैं उनका निस्तारण संबंधित विभाग अगले माह की बैठक के पहले करेंगें। अगर कार्यों के लिए धनराशि की कमी है तो शासन से मांग की जाए। उन्होंने किसानों से कहा कि जहां पर धन के अभाव के चलते गांव की समस्याओं पर कार्य नहीं हो रहे हैं उसमें शासन से धनराशि प्राप्त होते ही कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं प्रथम वरीयता पर है।
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बैठक में मौजूद पदाधिकारी। |
शासन से भी निर्देश दिए गए हैं कि किसानों की समस्याओं का त्वरित गुणवत्तापूर्ण निस्तारण कराया जाए। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी से कहा कि बछरन गांव की गौशाला में चारा, भूसा आदि की व्यवस्था तत्काल संबंधित खंड विकास अधिकारी से कराएं। अधिशासी अभियंता विद्युत राजापुर को निर्देश दिए कि सौभाग्य योजना की जो समस्या है 10 दिन के अंदर अभियान चलाकर निस्तारण कराया जाए। विद्युत लो वोल्टेज पर भी सुधार करें। किसान लो वोल्टेज के निस्तारण के लिए कैपेसिटर बॉक्स लगवाएं। ताकि लो वोल्टेज की समस्या का समाधान हो सके। उन्होंने एक अधिशासी अभियंता विद्युत को यह भी कहा कि पावर हाउस की सिस्टम पर भी सुधार कराया जाए। अवैध कटियाधारको के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही करें। किसी भी किसान को समस्या नहीं होनी चाहिए। उन्होंने डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिए कि जिन किसानों का धान क्रय किया जाना है उन्हें टोकन जारी कर दिए जाएं। ताकि 28 फरवरी तक धान क्रय कराया जा सके। जहां पर एक काटा है वहां पर दो कांटा लगाकर तौल कराई जाए। अगल बगल की धान क्रय केंद्रों पर भी किसानों का धान क्रय हों। सचिव मंडी से कहा कि मंडी में सिक्सआर प्रपत्र को लागू किया जाए। उपज के अनाज का रेट बोर्ड भी लगवाए। स्क्रीनप्ले बोर्ड की भी व्यवस्था कराई जाए। उप निदेशक कृषि, डिप्टी आरएमओ तथा जिला प्रबंधक पीसीएफ की समिति गठित कर दलहन व तिलहन के क्रय केंद्र जहां पर आवश्यकता है वहां पर खोले जाने की व्यवस्था कराई जाए। जिलाधिकारी ने किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष राम सिंह पटेल से कहा कि सभी पदाधिकारियों को सौ-सौ गाय गौशाला से किसानों को दान कराने के लिए जिम्मेदारी दें। अधिक से अधिक गोवंश दान कराया जाए। अन्ना प्रथा में शासन के साथ-साथ जन सहभागिता की आवश्यकता है। तभी शत प्रतिशत निस्तारण कर पाएंगे। जिन किसानों को गोवंश सहभागिता योजना में गोवंश दिए जाएंगे उसमें प्रति गोवंश 30 रूपए भरण पोषण के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा काऊ सेड व अन्य जन कल्याणकारी योजनाओं का भी लाभ दिया जाएगा। उप निदेशक कृषि टीपी शाही ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों तथा किसान यूनियन के पदाधिकारियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश में अभी किसान दिवस नहीं हो रहा है, लेकिन जनपद में हर माह के तीसरे बुधवार को किसान दिवस का आयोजन होगा। जिसमें किसानों की समस्याओं को वरीयता के आधार पर प्राथमिकता देते हुए निस्तारण कराया जाएगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, उप जिलाधिकारी कर्वी राम प्रकाश, जिला कृषि अधिकारी बसंत कुमार दुबे, जिला उद्यान अधिकारी डॉ रमेश कुमार पाठक, अधिशासी अभियंता सिंचाई बीबी सिंह, सिंचाई प्रखंड प्रथम आशुतोष कुमार, विद्युत हाकिम सिंह, केके वर्मा सहित संबंधित अधिकारी, किसान यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।
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