रात्रि में गलत तरीके से बीच जलधारा में उतार दी जाती हैं पोकलैंड व जेसीबी मशीनें
चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। मऊ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत यमुना नदी के बियावल बालू घाट में बड़े पैमाने पर अवैध खनन किये जाने की चर्चाएं जोरों पर है। पट्टे धारक द्वारा लगातार ओवरलोडिंग को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, प्राप्त जानकारी के अनुसार यमुना नदी के बियावल घाट में नियमानुसार बालू खनन का पट्टा आवंटन किया गया था । ग्रामीणों का आरोप है कि पट्टाधारक द्वारा लगातार शासन के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए खनन किया जा रहा है। जहां रात में भारी भरकम पोकलैंड, जेसीबी मशीनें नदी की जलधारा के बीच में उतार दी जाती हैं और गलत तरीके से बालू निकालकर नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है, वहीं इस घाट संचालक द्वारा ओवरलोड बालू लदवा कर आवागमन करने वाले ट्रक को सुरक्षा देने की गारंटी लेते हुए पुलिस और प्रशासनिक महकमे की पूरी जिम्मेदारी लेकर जनपद की सीमा पार कराने का वादा किया जा रहा है। इसके चलते इस घाट में आने वाले ट्रकों
द्वारा ओवरलोड बालू ले जाई जाती है। जिससे निर्धारित क्षमता से ज्यादा बालू लदे ट्रक सड़कों को ध्वस्त कर रहे हैं । कुछ ही महीनों में यह मार्ग ध्वस्त हो चुके। ग्रामीणों का कहना है की बालू घाट में निर्धारित क्षेत्रफल से बाहर जाकर ठेकेदार द्वारा बालू निकलवाई जा रही है ।घाट में होने वाले अवैध कार्यों को लेकर कई बार यहां विवाद भी हो चुका है। इसके चलते गत वर्ष एक मजदूर की हत्या बियावल घाट में कर दी गई थी। इसके अलावा इस घाट में लगे एक ट्रैक्टर द्वारा विगत दिनों एक किशोर को कुचल दिया गया था,जिससे उसकी मौत हो गई थी। आए दिन विवादों में घिरे रहने वाले इस घाट संचालक की ऊंची पहुंच होने के कारण मामलों को रफा-दफा कर दिया जाता है। साथ ही शिकायत करने वालों को धमकी देकर खामोश कर दिया जाता है।ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से ओवरलोडिंग बंद कराने व दबंग घाट संचालक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
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