बांदा, के एस दुबे । राज्यसभा सांसद और सपा के राष्ट्रीय महासचिव विशंभर प्रसाद निषाद ने ने कहा यह नए दशक का दिवालिया बजट है। केंद्र के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए केंद्र सरकार के पास पैसा नहीं है। यही हाल राज्यों में है। कई-कई महीनों से कर्मचारियो को वेतन नहीं मिल रहा है। हर सेक्टर में केंद्र सरकार फेल है। इसीलिए जितने भी पिछले पांच सालो में घोषणा की गई थी, कोई भी पूरी नहीं हुई। स्मार्ट सिटी में आज तक एक भी शहर नहीं बना। बुलेट ट्रेन चली नहीं और अभी तक एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई। नोटबंदी, जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई है। पांच वर्ष के अंदर जो सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला रेलवे निजी हाथों में बेचा जा रहा है, एयर इंडिया बेचा
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विशंभर प्रसाद निषाद |
जा रहा है। सरकारी उपक्रम निजी हाथों में बेचें जा रहे हैं। लोगों को पिछले पाँच वर्षों में रोजगार मिलने की वजह से रोजगार घटे हैं। केवल आकड़ेंबाजी के झूठ का पुलिन्दा है। देश का नौजवान किसान बजट से हताश निराश हुआ है। घाटे की खेती होने के कारण बुन्देलखण्ड मंे किसान आत्महत्या कर रहा है। बजट में बुन्देलखंड के लोगों को निराश किया है। सांसद ने कहा कि केंद्रीय बजट पूंजीपतियों व उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने वाला है। बजट में गरीबों, मजदूरों, किसानों के हितों का ध्यान नहीं दिया गया। वहीं बंगाल में आने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए चुनावी बजट है। उप्र जैसे बड़े राज्य के हित में कुछ खास नहीं है।
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