फतेहपुर, शमशाद खान । बिहार राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर सर्वप्रथम उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर जहां सभी वर्गों के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के दौरान ताम्बेश्वर चैराहे पर पुनः कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा लगवाये जाने की आवाज भी उठायी गयी।
बुधवार को सविता समाज उत्थान सेवा समिति के तत्वाधान में नहर कालेानी डाक बंगला के समीप जननायक कर्पूरी ठाकुर की 23 वीं पुण्यतिथि मनाई गयी। कार्यक्रम में सभी वर्गों के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभाई। सभी ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर जहां श्रद्धांजलि अर्पित की वहीं वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि उनके द्वारा किये गये कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता। शोषित, वंचित लोगों को न्याय दिलाने के लिए उन्होने तमाम प्रयास किये इसलिए उन्हें जननायक की संज्ञा मिली।
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जननायक के चित्र पर पुष्प अर्पित करते लोग। |
वक्ताओं ने ताम्बेश्वर चैराहे पर स्थापित की गयी कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को शासन सत्ता के इशारे पर अराजकतत्वों द्वारा रातों रात गायब कर दिये जाने के मामले पर नाराजगी का इजहार करते हुए कहा कि इतना समय बीत जाने के बाद भी जिला प्रशासन ने प्रतिमा खोजकर पुर्नस्थापना नहीं करायी। वक्ताओं ने प्रतिमा को पुनः उसी स्थान पर लगवाये जाने की मांग उठायी। यह भी चेतावनी दी गयी कि यदि प्रतिमा पुनः न लगवाई गयी तो सभी कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर बैठने के लिए विवश हो जायेंगे। इस मौके पर शंकर लाल सविता, राम शंकर सविता, रजोल सेन, राम विशाल सविता, फूल सिंह लोधी, पवन सविता, गोरेलाल, संतराम फौजी, कालीचरन, शिव प्रसाद, डा0 अमित पाल, अजीत यादव आदि मौजूद रहे। संचालन स्वामी राम आसरे आर्य ने किया।
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