चित्रकूट, सुखेन्द्र अग्रहरि। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति केन्द्रीय आवाहन पर इलेक्ट्रिसिटी बिल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के लिए लाए जा रहे स्टैन्डर्ड बिडिंग डेकूमेट को निरस्त करने के संबंध में विद्युत कर्मचारियों ने एक दिवसीय कार्य बहिष्कार किया है।
बुधवार को विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के तत्वावधान में एक दिवसीय धरना इं महेन्द्र कुमार कुरील की अध्यक्षता में मुख्यालय के पटेल तिराहे में धरना दिया गया। एक्सईएन इं आशीष सिंह ने कहा कि ग्रेटन नोएडा का निजीकरण व आगरा का फ्रेंचाइजी करार रद्द किया जाए। इं अनुपम कुमार ने कहा कि सरकार के विद्युत विभाग के निजीकरण से आम जनमानस, किसानों को मंहगे दामों में बिजली मिलेगी। जिससे कठिनाईयां होंगी। उमतलाल ने कहा कि सभी विद्युत कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना सन् 2000 से लागू हो। नियमित भर्ती कर सभी रिक्त पदो में विशेषकर तृतीय व चतुर्थ श्रेंणी के पद भरें। संविदा कर्मियों को तेलांगना की तर्ज पर नियमित किया जाए। शिव
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धरने पर बैठे विद्युत कर्मचारी। |
प्रकाश अवस्थी ने कहा कि निजीकरण से सरकार पूंजीपतियों को लाभ दिलाना चाहती है। रात दिन मेहनत कर विभाग की सेवा करने वाले कर्मियों के साथ खिलवाड किया जा रहा है। रामप्रताप ने कहा कि सभी ऊर्जा निगमों को एकीकृत कर उत्पादन, प्रेषण, वितरण को एक साथ रखते हुए केरल, हिमांचल की तरह उप्र में भी यूपीएसईबी लि गठित की जाए। इस मौके पर अधीक्षण अभियंता पीके मित्तल, अभियंता अनिल दुबे, केके शर्मा, हाकिम सिंह, रोेेमेश, अनिल सिंह, शिवम गुप्ता, आशीष सिंह, रामचरण, शैलेन्द्र, विजय सिंह, रंजीत, राजेश गुप्ता, संजीव, शिवकुमार, विनोद कुमार, वकीलराम, अंजनी शुक्ला आदि मौजूद रहे।
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