कमासिन, के एस दुबे । गौ आश्रय स्थलों में हांफती व्यवस्थाओं के चलते ठंड से कंपकंपाकर गोवंश दम तोड़ रहे हैं। ग्राम पंचायत इटर्रा बड़ौनी में गोवंशों के मरने का सिलसिला जारी है। अब तक करीब एक दर्जन गौवंशो की मौत हो चुकी है। बताया गया कि ग्राम पंचायत इटर्रा बड़ौनी पशु आश्रय केंद्र में एक सैकड़ा गौवंश बंद हैं। समुचित व्यवस्था न होने के कारण हाड़ कंपाऊ ठंड में गौवंश कांप रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ भरपेट चारा नही दिया जा रहा है। सिर्फ नाम मात्र का पुवाअ डाल कर इतिश्री की जा रही हैं, इससे गौवंश ठंड एवं भूख से तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। मरने वाले
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मरने के बाद इस तरह फेंके जा रहे गोवंश |
गौवंशों को चुपचाप नालो में फेंका जा रहा है। अनेक शिकायतों के बाद भी जिला प्रशासन गौवंशो की मौत पर संजीदा नही है। इस संबंध में जब व्यवस्था संभाले सचिव योगेंद्र कुमार से जानकारी के लिए संपर्क साधा गया तो सचिव ने फोन नही उठाया और फिर फोन स्विच आफ कर लिया। पशु चिकित्सा अधिकारी डा. कमलेश कुमार सिंह ने बताया कि गौवंशो के मरने की कोई जानकारी नही है और न ही सचिव योगेंद्र कुमार द्वारा कोई बीमार पशुओं की जानकारी दी गई है।
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