तिंदवारी, के एस दुबे । ब्रह्मलीन स्वामी रामानंद सरस्वती के अष्टम पुण्यतिथि के पांच दिवसीय संत सम्मेलन व संगीतमय भजन कीर्तन कार्यक्रम का आज वीर पहलवान बाबा आश्रम के पुजारी जयराम दास द्वारा मंत्रोच्चार व आरती, वंदन के साथ किया गया।
तिंदवारी फतेहपुर मार्ग के ग्राम जसईपुर में स्थित वीर पहलवान बाबा आश्रम में प्रतिवर्ष की भाँति आयोजित संत सम्मेलन में संतों के श्री मुख से भक्ति और ज्ञान की गंगा बही, जहां श्रद्धालुओं ने रसपान कर अहोभाग्य मनाया। सज्जनानंद जी महाराज महोबा के संचालन में आयोजित संत सम्मेलन में दिल्ली से पधारे महामंडलेश्वर सुबोध आनंद जी महाराज ने कहा कि ऋषियों ने कहा है कि सामाजिक नियम पालने में परतंत्र रहना चाहिए और व्यक्तिगत कार्यों में स्वतंत्र रहें। अतः वहां सामाजिक कार्य में परतंत्र होने के कारण हमें अपनी इच्छाओं का त्याग करना पड़ेगा और समाज को सहयोग देना पड़ेगा। थोड़ी सहनशक्ति बनानी पड़ेगी। जीवन को अच्छे ढंग से जीने और सफल बनाने का यही उपाय है। सबकी इच्छाएं, सब के विचार सुने जाएं, फिर उन सब का समन्वय किया जाए
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सम्मेलन में प्रवचन करते सुबोध आनंद जी महाराज |
और जैसा काम करने में सब की उन्नति हो, सबका हित हो, सबका सुख बड़े, वैसा निर्णय लेकर उस प्रकार का कार्य करना चाहिए। केवल अपने अभिमान या हठ को प्राथमिकता ना दी जाए। संत सम्मेलन में हरिद्वार से पधारे आत्मानंद महाराज, निर्भयानंद जी महाराज, रामदास महाराज, भूमानंद जी महाराज चित्रकूट, लक्ष्मणानंद जी बाकी हमीरपुर, बिचारानंदजी महाराज चित्रकूट, गोपालानंद जी महाराज कहला, हरिहर भारती छापर तथा रामायणी जगदीश त्रिवेदी और चंद्रशेखर शास्त्री द्वारा प्रस्तुत प्रवचन व कीर्तन ने सभी को भावविभोर कर दिया। इस अवसर पर प्राथमिक शिक्षक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल सिंह, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी आनंद स्वरूप द्विवेदी, भाजपा नेता बड़े लाल सिंह, संपत सिंह पटेल, अरुण सिंह पटेल, भवानीदीन शर्मा, रवि प्रकाश सिंह संजय, छेदीलाल फौजी, शिवपूजन सिंह गोंदी लाल, महा नारायण शुक्ला प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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