पूर्व प्रधान की स्मृति में आयाजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा
तिंदवारी, के एस दुबे । ग्राम तेरही माफी में आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह कथा के तीसरे दिन शुक्रवार को कथा व्यास पंडित राम आशीष शुक्ल ने विभिन्न प्रसंगों को सुनाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
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कथा सुनाते पंडित राम आशीष शुक्ल |
पूर्व प्रधान स्वर्गीय मूलचंद दुबे उर्फ मुल्लू महाराज की स्मृति में आयोजित संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में बोलते हुए कथा व्यास श्री शुक्ल ने कहा कि सभी संतो ने मानव शरीर को हरि मंदिर कहा है, जिसमें सृष्टिकर्ता रहते हैं। चूंकि आत्मा परमात्मा का ही अंश है, इसलिए प्रत्येक जीव के भीतर परमात्मा मौजूद है। ध्यान अभ्यास करने से हम अपने अंदर की परमात्मा को खोज सकते हैं। परम सत्ता में विश्वास रखते हुए हमेशा सत्कर्म करते रहना चाहिए।
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मौजूद श्रोतागण |
सत्कर्म हमारा भविष्य सुदृढ़ करता है। जबकि सत्संग हमें भलाई के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। प्रत्येक दिन मानव शरीर को एक प्रयोगशाला के रूप में उपयोग करके और ध्यान अभ्यास की आध्यात्मिक साधना करने से हमें यह पता लगेगा कि ईश्वर कहां है। इस अवसर पर भाजपा नेता राजनारायण द्विवेदी, आनंद स्वरूप द्विवेदी, रामपाल अवस्थी, नीलकंठ गुप्ता, वीरेन्द्र बाजपेयी, गिरीश दीक्षित, महानारायण शुक्ला, मुलायम यादव, बबलू बाजपेयी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
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