लाल किले की घटना दुर्भाग्यपूर्ण दोषियों के विरुद्ध हो कार्रवाई
फतेहपुर, शमशाद खान । कृषि बिल को लेकर दो माह से अधिक समय से किसानों के धरने के दौरान गणतंत्र दिवस पर्व पर किसानों के मार्च के दौरान लाल किले की घटना किसान संघटनो को बदनाम करने के लिये सत्ता के इशारे पर की गयी साजिश है। लाल किले के असली गुनाहगार पर सरकार कार्रवाई करे। उक्त बातें समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष चैधरी मंजर यार ने पत्रकारो से बातचीत के दौरान कही।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित मीडिया जनसम्पर्क केंद्र पर अल्पसंख्यक सभा जिलाध्यक्ष चैधरी मंजर यार ने बताया की सरकार द्वारा बनाये गए कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों द्वारा दो माह से अधिक समय से शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस के दिन किसान संगठनों द्वारा ट्रैक्टर मार्च निकाला जाने की बात पूर्व में ही कही गयी थी। सर्वोच्च न्यायालय व दिल्ली पुलिस के संज्ञान में होने के बाद भी सुरक्षा में चूक के
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जिलाध्यक्ष चौधरी मंजरयार। |
कारण अराजक तत्वों द्वारा हिंसा की गयी। उन्होंने लाल किले की घटना को दुर्भागयपूर्ण बताते हुए दोषियों पर कार्रवाई की मांग किया। साथ ही बताया कि किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिये साजिश के तहत लाल किले की घटना पूर्णतया सत्ता के इशारे पर नियोजित तरीके से की गई है। उन्होंने आम किसानों को घटना में शामिल होने से इनकार करते हुए इसे आंदोलन समाप्त कराने की साजिश बताया। उन्होंने कहाकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी के सभी कार्यकर्ता किसानों के समर्थन में खड़े है। किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलना चाहिये। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पूँजीपतियो के लिये कार्य करते हुए व उन्हें लाभ दिलाने के लिये कृषि कानून बनाया गया है सरकार के कानून से किसान अपनी ही जमीन पर मजदूर बन जायंगे, उन्होंने कृषि कानून को रद्द करने व किसानों को एमएसपी दिए जाने के लिये अलग से कानून बनाये जाने की मांग किया।
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