याचना नहीं रण होगा संघर्ष अब भीषण होगा: मनीष
फतेहपुर, शमशाद खान । केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में किसानों के चल रहे धरना प्रदर्शन का समर्थन करते हुए स्थानीय किसानों का अनिश्चितकालीन धरना 33 वें दिन भी जारी रहा। धरने का भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने भी समर्थन किया। किसान नेता मनीष पटेल ने कहा कि याचना नहीं रण होगा संघर्ष अब भीषण होगा।
नहर कालोनी प्रांगण में गुरूवार को किसानों का अनिश्चितकालीन धरना अनवरत जारी रहा। किसान नेता मनीष पटेल ने कहा कि सभी किसान मुख्यालय पर रहकर ही गणतंत्र दिवस मनायेंगे। उन्होने कहा कि याचना नहीं रण
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धरने में केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते किसान। |
होगा संघर्ष अब भीषण होगा। धरने के संरक्षक वीरेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि जब तक सरकार अपनी दमनकारी नीतियों से पीछे नहीं हटती और काले कानून वापस नहीं लेती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। दिल्ली की तर्ज पर जनपद में भी ट्रैक्टर मार्च निकाला जायेगा। किसान मजदूर युवा शक्ति ने बताया कि जब तक आंदोलन चलेगा तब तक हम पूर्ण रूप से आंदोलन का समर्थन करेंगे और जब तक बिल वापसी नहीं होगी तब तक घर वापसी नहीं होगी। पूरे देश में इस तरह की कड़ाके की ठंड में किसान बैठा हुआ है फिर भी सरकार किसानों के प्रति उदासीन है। इससे हम सभी सरकार की घोर निंदा करते हैं। इस मौके पर सैलाब सिंह, सिद्धार्थ एडवोकेट, शुभम पटेल, मोहम्मद आसिफ, राजेश यादव, संजय यादव, मनजीत लोटन, पुष्पेंद्र यादव, राजीव लोचन निषाद, सुशील कालिया, संदीप पाल, अमर सिंह पटेल, लक्ष्मीकांत तिवारी सहित सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
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