गलन से जनमानस हुआ बेचैन, दिनचर्या रही प्रभावित
अलाव के पास जमे रहे लोग, चाय की चुस्कियाॅ के सहारे काटा दिन
फतेहपुर, शमशाद खान । मकर संक्रान्ति का पर्व गुजरने के साथ ही ठण्ड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार को भी घने कोहरे व भीषण ठण्ड ने नागरिको को बेहाल कर दिया। कोहरा के साथ सर्दी कहर बरपा रही है। नतीजा पारा लुढकने का क्रम लगातार जारी है। दिन भर बर्फीली हवाएं चलने से गलन में और भी इजाफा हो गया। वहीं सूर्य देवता के दर्शन को लेकर लोग तरसते नजर आये।
बताते चलें कि इस बार मौसम ने थोड़ा देर से असर दिखाना शुरू किया जिससे लोग कयास लगा रहे थे कि इस बार बीते वर्षों की भाॅति ठंड नही पड़ेगी, किन्तु शीतलहरी के साथ-साथ भीषण कोहरे व गलन ने लोगों के कयास को झूठा साबित कर दिया। भोर से छाया कोहरा दिन भर नहीं छट सका। इस दौरान कोहरा गहराता दिखा जिससे
ठण्ड से बचने के लिए अलाव तापते लोग। |
सड़क से लेकर रेल यातायात तक पूरी तरह प्रभावित हुआ है। हेड लाइट के सहारे वाहन व ट्रेन रेंग रही है। बर्फीली हवाएं चलने से गलन में हुए इजाफे से हांथ व पैर की अंगुलियां जवाब देने लगी। सोमवार को पारा और गिर जाने के कारण समूचे जनपद में ठंडक ने सभी लोगों को हिला कर रख दिया है। बस स्टाप, रेलवे स्टेशनों पर प्रशासनिक उदासीनता के चलते सफर करने वाले मुसाफिरो को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ठंड एवं कोहरे के आगे बेबस सूर्य देवता की भी एक न चली और उनके दीदार को लोग तरसते रहे। अधिकतर कार्यालयों मंे ठंड की मार से कर्मचारी काम से जी चुराते हुए अलाव तापने मंे मशगूल रहे। अधिकारीगण रूम में जलते हीटर को तापते रहे। वहीं रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड सहित कई सार्वजनिक स्थानों पर लोग ठिठुरते दिखे। अतिव्यस्ततम् चैक बाजार एवं लाला बाजार, लाठी मुहाल में भी सन्नाटा पसरा रहा। सुबह देर से मार्केट खुली और शाम ढलते ही बाजार की रौनक खत्म हो गयी। रात्रि को कोहरे के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग की रफ्तार में लगाम लगी है। ट्रक एवं बस चालक अपने गन्तव्य तक पहुंचने के लिये फाग लाइट के इस्तेमाल के साथ स्पीड में कमी बरत रहे है जिससे वह सुरक्षित अपने स्थान तक पहुंच सकें। सर्दी के चलते विद्युत सामाग्री बेचने वाले दुकानदारों की बन आयी है। वहीं कोयले सहित लकड़ी की बिक्री जोरों पर है। नगर पालिका परिषद द्वारा जलाये गये अलाव को तापते हुए राहगीरों को देखा जा सकता है। लोगों ने पालिका प्रशासन से और अधिक अलाव जलाये जाने की मांग की है।
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